वैज्ञानिकों ने विटामिन ‘डी’ के बारे में एक नयी चैंकाऊ खोज की है, जिसका ब्यौरा हाल ही में आॅलैंण्डो में हुए अमेरिकन हार्ट एसोसिएषन की साइंटिफिक काॅन्फ्रेंस में दिया गया। इस खोज के मुताबिक शरीर मंे विटामिन ‘डी’ की कमी के कारण कोरोनरी आर्टरी डिजीज, स्ट्रोक और हार्ट फेल्योर से लेकर मौत तक का खतरा बढ़ जाता है, खासकर 50 साल और उससे ज्यादा उम्र के स्त्री-पुरुषों में। दरअसल, ब्रेंट म्युलेस्टीन और उनके सहयोगियांे ने हाल ही में 27,686 ऐसे लोगों का औसतन 14 महीने तक अध्ययन किया, जिनका हृदय रोग का कोई इतिहास नहीं था।
विटामिन की कमी के शिकार लोगों में मौत का खतरा 77 फीसदी
इस दौरान उन्हांेने देखा कि जिन लोगों के शरीर में विटामिन ‘डी’ का स्तर बेहद कम था, उन्हें इस विटामिन के सामान्य स्तर वाले लोगों की बनिस्बत हृदय रोग होने का खतरा 45 फीसदी, तो स्ट्रोक का खतरा 78 फीसदी ज्यादा था, जबकि इस विटामिन की कमी के शिकार लोगों में मौत का खतरा 77 फीसदी और हार्ट फेल्योर होने का खतरा 200 फीसदी ज्यादा था। गौरतलब है कि विटामिन ‘डी’ की कमी और कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के बीच रिष्ते को लेकर इस तरह की खोज अब तक नहीं की गयी थी।