लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में शनिवार सुबह कैंसर मरीज की हालत बिगड़ने पर तीमारदार भर्ती कराने के लिए लेकर आये। करीब आठ घंटे तक डॉक्टर मरीज के पेट का अल्ट्रासाउंड सहित कई जांच करा ली। जांच रिपोर्ट देखने के बाद मरीज को बिना इलाज वापस कर दिया गया। इस बीच एक तीमारदार ने रेडियोथेरेपी विभाग के एक डॉक्टर से फोन पर लौटाये जाने की शिकायत कर दी। उस डाक्टर के हस्तक्षेप के बाद मरीज को छह घंटे बाद दवाएं बाहर से मंगवाकर इलाज शुरू किया गया।
जानकारी के अनुसार फैजाबाद निवासी हंसराज (56) कैंसर बीमारी से ग्रसित है। इनका चार महीने से केजीएमयू के रेडियोथेरेपी विभाग से इलाज हो रहा है। परिजनों के अनुसार शनिवार सुबह अचानक हंसराज के पेट दर्द व गैस की शिकायत हुई। तीमारदार बिगड़ती हालत को देखते हुए उसे लेकर केजीएमयू रेडियोथेरेपी विभाग ले पहुंचे। यहां पर आज अवकाश होने के कारण मरीज को ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया। तीमारदार विनोद ने बताया कि मरीज को सुबह करीब 10 बजे ट्रॉमा सेंटर सेंटर इमरजेंसी पहुंचे। जहां पर डॉक्टरों ने तत्काल कोई दवा नहीं दी, बल्कि अल्ट्रासाउंड समेत तमाम जांच कराने के निर्देश दिये।
सभी जांच होने के बाद मरीज को एक विभाग से दूसरे विभाग डॉक्टर के पास भेजते रहे। अंत में इलाज न होने की दिक्कत बताते हुए शाम पांच बजे कही आैर जाने का निर्देश दिया। इस पर तीमारदार ने रेडियोथेरेपी विभाग के एक डॉक्टर के नंबर पर कॉल करके शिकायत दर्ज करते हुए अपनी आपबीती बतायी। इसके बाद मरीज को शताब्दी रेडियोथेरेपी विभाग में उपचार के लिए भेजा गया। जहां डॉक्टरों ने मरीज से बाहर से दवा मंगाने के बाद ही इलाज शुरू कर पाये।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.