लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के सात डाक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है। यह सभी डाक्टर संविदा पर अलग- अलग विभागों में तैनात थे। इन सभी डाक्टरों का चयन किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में हुई डाक्टरों की भर्ती में हो गया है। डाक्टरों के चले जाने से विभागों के कार्य पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि लोहिया संस्थान प्रशासन का कहना है कि 126 पदों पर डाक्टरों की भर्ती के लिए विज्ञापन निकाला गया है। जल्दी ही स्थायी पदों पर भर्ती करने की तैयारी चल रही है।
लोहिया संस्थान पहले से ही डाक्टरों की कमी से परेशान चल रहा है। यहां पर गैस्ट्रो मेडिसिन, गैस्ट्रो सर्जरी, डेंटल विभाग, चर्म रोग विभाग, सर्जरी विभाग सहित कई विभागों में डाक्टरों की कमी से मरीज को दिक्कतें हो रही है। डाक्टरों की कमी को देखते हुए लोहिया संस्थान ने संविदा पर डाक्टरों की भर्ती की थी। ताकि मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा सके। यही नहीं फैकल्टी के मानक को पूरा करने के लिए भी डाक्टरों की तैनाती आवश्यक हो गयी थी। लोहिया संस्थान को छोड़ने वाले यह सात डाक्टर आर्थोपैडिक विभाग ,पैथालॉजी विभाग, स्त्री रोग विभाग, बायोकेमिस्ट्री विभाग, डेंटस्ट्री विभाग, जनरल सर्जरी, बाल रोग विभाग में तैनात थे।
इन डाक्टरों की तैनाती केजीएमयू में विभिन्न विभागों में रिक्त पदों पर निकाले पदों पर स्थायी तैनाती हो गयी है। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डा. भुवन तिवारी का कहना है कि सात संविदा डाक्टरों ने छोड़ा है। उनकी नियुक्ति केजीएमयू में हो गयी है। इन डाक्टरों के जाने से विभागों के कार्यो पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। लोहिया संस्थान भी 126 डाक्टरों के रिक्त स्थायी पदों पर विज्ञापन जारी कर चुका है। जल्दी इन पदों पर स्थायी नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी।