लखनऊ । विश्व फार्मासिस्ट दिवस पर बुधवार को कई अस्पतालों में कार्यक्रम के जरिए फार्मासिस्टों की उपयोगिता बतायी गयी। साथ ही कई वक्ताओं ने संवर्ग की समस्याओं पर प्रकाश डाला।
मेदांता हॉस्पिटल में आयोजित सेमिनार को संबोधित करते हुए राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने कहा कि विकसित राष्ट्रों की तर्ज पर प्रदेश में फार्मेसिस्टों की भूमिका बढ़ाने के लिए हमारी सरकार प्रयास करेगी, जल्द ही पूरी रूपरेखा बनाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री से वार्ता करूंगी।
उन्होंने कहा कि फार्मेसिस्ट के जिम्मे समाज को स्वस्थ रखने की बड़ी जिम्मेदारी है जो वो पूरी तरह निभा रहे हैं। उन्होंने कहा कि फार्मेसिस्ट को फार्मेसी अधिकारी पदनाम दिलाने, आयुष्मान आरोग्य मंदिर में फार्मेसिस्ट की नियुक्ति का प्रयास किया जाएगा।
खुशी फॉउण्डेशन से ऋचा द्विवेदी ने कहा कि यह दिन हर साल 25 सितंबर को मनाया जाता है। इसे मनाने का मकसद दुनियाभर के फार्मासिस्ट्स के मेडिकल के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालता है। उन्होंने कहा कि मरीजों को सही सलाह देने से लेकर उनका सही इलाज करने तक और उनके लिए दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तक, फार्मासिस्ट समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
कार्यक्रम मंे उपाध्यक्ष राजेश सिंह, सुभाष श्रीवास्तव, शिव करन, संगठन मंत्री आरपी सिंह, जय सिंह सचान, ओ पी सिंह सहित अनेक पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे।
दूसरी तरफ कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राजनारायण संयुक्त चिकित्सालय में आयोजित कार्यक्रम में अस्पताल के निदेशक डॉक्टर सुरेश चंद्र कौशल ने फार्मासिस्टो की भूमिका की प्रशंशा की। चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अजय शंकर त्रिपाठी ने फार्मासिस्टों को चिकित्सा जगत की रीढ़ बताया। कार्यक्रम में पोस्टर प्रतियोगिता, पोएट्री, सिंगिंग, डिबेट जैसे विभिन्न कार्यक्रमों में बढ़ चढ़ के हिस्सा लिया। कार्यक्रम का संचालन चीफ फार्मासिस्ट एपी सिंह , जीके यादव ने किया। निदेशक ने हाल ही में हुए ट्रांसपोर्ट नगर हादसे में फार्मासिस्टों की चिकित्सीय योगदान की सराहना की।