बच्चों की मेधा शक्ति स्वर्ण प्राशन से बढ़ेगी , एमओयू साइन

0
455

 

Advertisement

 

एसजीपीजीआई और केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित

 

 

 

 

 

लखनऊ। राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञ संस्थान लखनऊ एसजीपीजीआई के निदेशक डा. आर के धीमान एवम क्षेत्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्था , आयुष मंत्रालय भारत सरकार के केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद लखनऊ के प्रभारी सहायक निदेशक डॉ. ओम प्रकाश की उपस्थिति में स्वर्ण प्राशन परियोजना के द्विपक्षीय एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया.

 

 

 

आयुर्वेद में स्वर्ण प्राशन का विशेष महत्व है स्वर्ण प्राशन संस्कार करने से बच्चों की मेधा शक्ति, बल बुद्धि, वर्ण, पाचन शक्ति एवम आयु बढ़ने में विशेष उपयोगी बताया गया है।

 

 

 

इस महत्व पूर्ण शोध व अध्ययन के अंतर्गत पांच से दस वर्ष आयु के कुपोषित बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर आयुर्वेदिक योग स्वर्ण प्राशन के प्रभाव और सहन शीलता का आकलन किया जायेगा इस अवसर पर एसजीपीजीआई लखनऊ की ओर से डॉ. विकास अग्रवाल, मुख्य अन्वेषक प्रो. डॉ.दुर्गा प्रसाद प्रसन मिश्र ,सहायक अन्वेषक डॉ.अभय नारायण तिवारी ,साथ ही क्षेत्रीय आर्युवेद अनुसंधान संस्थान के डॉ आलोक कुमार श्रीवास्तव ,अनुसंधान अधिकारी डॉ अंजली बी प्रसाद , डॉ. कांबले पल्लवी नामदेव उपस्थित रहे

Previous articleहार्ट अटैक के बाद, फिर जीने को तैयार है यह जिंदादिल अभिनेत्री
Next article6 मार्च को फार्मेसिस्ट फेडरेशन मनाएगा “नेशनल फार्मेसी एजुकेशन डे

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here