-18 को आईएमए ने विरोध प्रदर्शन का किया ऐलान
लखनऊ। हम लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर मरीजों की दिन रात सेवा करके बचाने में जुटे हैं। इसके बाद भी डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ नर्सिंग स्टाफ से मारपीट अभद्रता की घटनाएं हो रही है। सरकार भी ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसा लग रहा है हम लोग मरीजों को बचा रहे हैं और वह लोग हम लोग को मार रहे हैं। इसके विरोध में 18 जून को आईएमए के सदस्य प्रदर्शन करेंगे। प्रदर्शन में सभी काले कपड़े, झंडे और काला मास्क लगाकर विरोध दर्ज कराएंगे।
रिवर बैंक कॉलोनी स्थित आईएमए भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान आईएमए ने डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों पर हमले के विरोध में श्वेत पत्र जारी किया। आईएमए की अध्यक्ष डॉ. रमा श्रीवास्तव ने बताया कि अब तक 724 डॉक्टरों की कोरोना वारियर्स की शहीद हो चुके है। फिर भी समर्पण भाव से मरीजों की सेवा में जुटे हैं। फिर भी मारपीट की घटनाओं में डॉक्टरों को गंभीर चोटें लगी हैं और कई गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं। महिला डॉक्टरों के साथ मारपीट व अभद्रता की गई है। महासचिव डॉ. जेडी रावत ने बताया कि आईएमए की राष्ट्रीय शाखा ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और संबंधित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से अपील की है कि स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को तत्काल सुरक्षा मुहैया कराई जाए। हमलावरों पर सख्त कार्रवाई की जाए। प्रत्येक अस्पताल की सुरक्षा मानक बढ़ाए जाएं। अस्पतालों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाए। दोषियों के खिलाफ फास्ट-ट्रैक अदालत में सुनवाई हो। उनका कहना है कि काला बिल्ला, काले झंडे, काले मास्क, काली रिबन, काली शर्ट पहनकर नाराजगी प्रकट करेंगे। यह विरोध प्रदर्शन कार्यस्थलों और आईएमए बिल्डिंग के प्रमुख केंद्रों और अस्पतालों में मनाया जाएगा।