देश के शोध कर्ता अध्ययन से यह साबित करने में जुटे है कि लगभग बीमारी को योग के माध्यम से सही किया जा सकता है। भारत सरकार के आयुष मंाालय और स्वामी विवेकानंद अनुसंधान संस्थान बेंगलूरू ने एक सर्वे के साथ शोध शुरू किया है कि योग से जटिल बीमारियों को भी सही किया जा सकता है। इसको वैज्ञानिक तरीके से सिद्ध करने के लिए स्वामी विवेकानंद अनुसंधान संस्थान और आर्ट आफ लिविंग के सहयोग से देश के 30 प्रदेशों के 850 जिलों में 2 लाख 40 हजार लोगों पर यह सर्वे व शोध किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने योग दिवस पर घोषणा की थी कि भारत विश्व में योग गुरु बनेगा और योग ही संसार में ऐसी चीज है, जो हर बीमारी को ठीक कर सकती है। वैज्ञानिकों पूरे संसार के सामने यह साबित करने में जुटे है। वैज्ञानिकों को एक ही तरीका समझ आया कि योग को पूरे विश्व के सामने वैज्ञनिक अध्ययन से प्रमाणित किया जाये।
उन्होंने बताया कि विश्व के वैज्ञानिक इस सर्वे व शोध को लेकर उत्सुक है कि यहां 30 प्रदेशों के 2 लाख 40 हजार लोगों पर किये गये अध्ययन में क्या नतीजा निकालकर आयेगा। शोध में जांच के बाद मरीजों का योग थेरेपी से इलाज शुरू किया जायेगा और आधा घंटे की विशिष्ठ योग अभ्यास भी कराया जायेगा। इसमें इस बात का भी खास ध्यान रखा जा रहा है कि जो लोग इस योग को समय पर नहीं करेंगे, उन्हें इस शोध से शामिल नहीं किया जाएगा।