देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को नये भारत के निर्माण का रियल हीरो बताते हुए उन्हें योग और आयुर्वेद के माध्यम से स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का पाठ पढ़ाया। श्री मोदी ने आज आकाशवाणी पर प्रसारित’मन की बात’ कार्यक्रम में 14 नवंबर को प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिवस पर मनाये जाने वाले बालदिवस पर बच्चों को शुभकानाएं भी दीं ।
प्रधानमंत्री ने इस बात पर चिंता जतायी कि पहले जो बीमारियाँ अधिक उम्र के लोगों को शिकार बनाती थीं, वे आजकल बच्चों में भी होने लगी हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों और युवकों मे भी मधुमेह से पीड़ित होेने के बारे में सुनकर आश्चर्य होता है। उन्होंने कहा कि युवावस्था में इस तरह की बीमारियों से ग्रस्त होने का एक प्रमुख कारण है जीवनशैली में शरीरिक श्रम की कमी और खान-पान के तरीक़ों में बदलाव है । स्वस्थ जीवन के लिए छोटी-छोटी चीजों को नियमित रूप से सही करते हुए उन्हें अपनी आदत में बदलने और स्वभाव का हिस्सा बनाने की जरूरत है।
मधुमेह को नियंत्रित करने में योग को असरदार बताते हुए श्री मोदी ने कहा इस पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में इस पर शोध चल रहा है। इसके अब तक के जो परिणाम आये हैं ,वे उत्साहवद्र्धक हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद और योग को सिर्फ उपचार के तौर पर न देखकर उन्हें अपने जीवन का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। उन्होंने बच्चों को खुले मैदान में खेलने, लिफ्ट के बजाय सीढि़यों का इस्तेमाल करने आैर रोज आधा घंटा योग करने की सलाह दी।