यहां भर्ती नहीं किया, यह कर रहे इलाज

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लखनऊ। बरसात के साथ ही दिमागी बुखार के मरीजों की संख्या भी बढ़ने लगी है .पारा इलाके की रहने वाली दिमागी बुखार से पीड़ित छह साल की बच्ची को हालत बिगडऩे पर बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी है। डॉक्टरों ने बच्ची की जांच कराई तो उसमें इंसेलाइटिस की पुष्टिï हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि बुखार की वजह से बच्ची को झटके आने संग पूरा शरीर ऐंठने लगा था। इस बच्ची को पहले परिजन केजीएमयू भर्ती कराने ले गए थे. जहां से उसको लौटा दिया गया था.

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बताते हैं कि पारा के खुशी बिहार कालोनी के रहने वाले शरीफ की बेटी शायबा बानो (6) रविवार को तेज बुखार आने संग झटके आने लगे। परिजनों ने बच्ची को स्थानीय अस्पताल में दिखाया और दवा लेकर वापस आ गया। हालत में सुधार न होने पर सोमवार को बच्ची को बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया। पिता का कहना है कि बुखार आने के बाद बच्ची को झटके आने संग शरीर ऐठ गया था। बाल रोग विभाग में भर्ती बच्ची की हालत गंभीर बनी है। विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार बच्चे का इलाज कर रहे हैं. परिजनों का आरोप है कि बच्ची की हालत बिगडऩे पर पहले केजीएमयू ले गए थे। जहां डॉक्टरों ने बच्ची का इलाज नहीं किया और बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। वहां पर डॉक्टरों से कई दफा भर्ती करने के लिए कहा गया मगर सुनवाई न हुई।

वहीं बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने हालत गंभीर बताते हुए उसे केजीएमयू रेफर किया मगर तीमारदार उसे ले जाने को राजी नहीं हुए। स्वास्थ विभाग के आंकड़ों को देखें तो राजधानी में लगातार मच्छरजनित बीमारी बढ़ रही है। मलेरिया, चिकनगुनिया, एईएस के अलावा जेई के मरीज लगातार मिल रहे है। बीते सात माह में एक्यूट इंफेलाइटिस सिड्रोंम के 105 मरीज सामने आ चुके हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग हाथ पर हाथ धरे बैठा है। वहीं डेंगू के 35 मरीज मिल चुके है। चिकनगुनिया 39 लोग पीडि़त हो चुके है। विशेषज्ञों का मानना है कि बारिशहोने के बाद इनकी तादाद बढ़ती जाएगी। विशेषज्ञ डाक्टरों का कहनाा है कि डेंगू के 35 से ज्यादा मरीज मिल चुके है। यह वह मरीज है जिनकी सरकारी स्तर जांच में डेंगू के परीज पाजिटव पाया गया है.

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