लखनऊ। बिना मानकों के ट्रामा सेंटर बना दिया गया था आैर मरीजों का इलाज भी चल रहा था। दावे कि ये गये थे कि जीवनरक्षक उपकरण भी लगे है, लेकिन हकीकत यह थी कि अस्पताल का पंजीकरण ही नही था। शुक्रवार को राजाजीपुरम स्थित मारूति अस्पताल को शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग ने सील कर दिया। इसकी शिकायत शासन स्तर पर की गयी थी आैर जांच की जा रही थी।
बताया जाता है कि अस्पताल बिना पंजीकरण के चलने के साथ ही यहां पर मरीजों का सर्जरी भी किया जा रहा था। गंभीर मरीजों का इलाज करने के नाम ट्रामा सेंटर भी चलाया जा रहा था आैर जीवन रक्षक उपकरणों के लगे होने का भी दावा किया जा रहा था। जब कि हकीकत यह थी कि आईसीयू में जीवनरक्षक उपकरण तो नदारद थे साथ ही पल्स आक्सीमीटर भी सही काम नहीं कर रहा थे। इसकी शासन स्तर पर अस्पताल की शिकायत की गयी थी। इसके बाद अस्पताल की जांच शुरू कर दी गयी थी।
जांच में भी गंभीर खामियां मिली थी। गड़बड़ी मिलने पर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल को शुक्रवार को सील करा दिया। डिप्टी सीएमओ डा. राजेद्र चौधरी के नेतृत्व में गयी टीम ने देर शाम को अस्पताल सील कर दिया गया। सीएमओ डा. जीएस बाजपेयी ने बताया कि बिना पंजीकरण के अलावा अन्य कई गंभीर शिकायत भी थी अस्पताल की जो कि जांच में सही निकली थी। इस लिए अस्पताल को बंद करा दिया गया।