लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की ओपीडी में सुपर स्पेशियालिटी विभाग सहित कुछ अन्य प्रमुख विभागों में निर्धारित संख्या के अनुसार ही मरीजों को इलाज मिल सकेगा। इसके लिए विशेषज्ञ ने ओपीडी में मरीजों की संख्या कम करने के लिए कहते आ रहे है। अब ओपीडी में मरीजों की संख्या निर्धारित करने के लिए एडवाइजरी कमेटी की बैठक में प्रस्ताव रखा गया है। इसके अलावा गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग की ओपीडी के दिन बढ़ाने का प्रस्ताव है।
केजीएमयू की ओपीडी में प्रतिदिन पांच से सात हजार मरीज पहुंचते है। ऐसे में सुपर स्पेशियालिटी विभाग के विशेषज्ञ मरीजों को बेहतर इलाज देने के लिए निर्धारित मरीजों की संख्या करने के लिए प्रस्ताव दिया था। अब यह प्रकरण कमेटी की बैठक में रखा गया है। बताते है कि सुपर स्पेशियालिटी व अन्य प्रमुख विभाग के मरीजों के लिए ऑन लाइन पंजीकरण कराने का प्रस्ताव है।
आज कल लिवर की किसी न किसी दिक्कत लोग परेशान हो रहे है। इसकी विभिन्न बीमारियों के इलाज के लिए केजीएमयू में गैस्ट्रो मेडिसिन की ओपीडी में मरीजों की जबरदस्त भीड़ लगती है। ओपीडी में तीन से चार सौ मरीज पहुंचना आम बात हो गयी है। लगातार मरीजों की संख्या बढ़ रही है। अभी तक गैस्ट्रो मेडिसिन की ओपीडी हफ्ते में दो दिन होती है।
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ओपीडी में मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा होती है कि डाक्टर शाम तक मरीजों को परामर्श देता रह जाता है। बताया जाता है कि केजीएमयू प्रशासन ने मरीजों की दिक्कत को देखते हुए हफ्ते में तीन या चार दिन ओपीडी शुरू करने का विचार हो रहा है। केजीएमयू प्रशासन की मानें गैस्ट्रो मेडिसिन की ओपीडी शुरू करने के लिए गैस्ट्रोमेडिसिन विभाग से बात चीत चल रही है। विभाग भी मरीजों की दिक्कतों को दूर करने के लिए हफ्ते में ओपीडी की संख्या को बढ़ाना चाहता है। लिवर के ज्यादातर जटिल परेशानियों को लेकर पहुंचते है।
उनकी जांच करायी जाती है, जिसकी रिपोर्ट आने में कुछ समय लगता है। तब तक दूर दराज क्षेत्रों से आने वाले मरीज व तीमारदार परिसर में ही रैन बसेरा आदि में समय काटता है। अब गैस्ट्रोंमेडिसिन विभाग की ओपीडी का विस्तार होने से मरीजों को दिक्कतें कम होगी।