नगर निगम की मदद से चार दिन में 23 कुत्तें पकड़े गये
लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डो अब कुत्तों के प्रवेश पर रोक काम सौंपा गया है। इसके साथ ही नगर निगम की मदद से चार दिन में परिसर से 23 कुत्ते पकड़े जा चुके है।
दरअसल केजीएमयू के ट्रामा से कुत्ता मरीज का कटा हाथ ले भागा था आैर परिसर में टहल रहा था। इस पर केजीएमयू प्रशासन ने सुरक्षा गार्ड, एजेंसी, नर्सिग स्टाफ पर कार्रवाई कर दिया। इसके साथ परिसर में विभाग, वार्ड में टहल रहे कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाया गया। नगर निगम की मदद से चलाया गया। अभियान में अलग- अलग दिनों में कुल 23 कुत्तों को पकड़ने में सफलता मिली।
इसके साथ ही केजीएमयू प्रशासन ने नये फरमान में तैनात सुरक्षा गार्डो को आदेश दिया है कि वह लोग गेट पर श्वानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए सर्तक रहेंगे, ताकि कोई कुत्ता अंदर प्रवेश न कर सकें। मरीजों व तीमारदारों की व्यवस्था के साथ कुत्तों पर भी निगरानी रखनी होगी। कहीं कोई अंदर प्रवेश कर सके या टहल तो नहीं रहा है। इसके साथ ही सवेदनशील स्थानों पर बैरीकेटिंग करना होगा, ताकि कुत्तें अंदर कूद कर न आ सके। बताया जाता है कि सफाई कर्मियों को भी निर्देश दिया गया है कि कहीं भी खाने का सामान न पड़ा मिले। इसके साथ ही तीमारदारों का भी जागरूक किया जाए। केजीएमयू प्रशासन की मानें तो सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र ट्रामा सेंटर के अलावा ओपीडी , क्वीन मेरी अस्पताल है। क्वीन मेरी में नवजात शिशु के शव को कुत्ता खींच कर ले जा चुका है। क्वीन मेरी में भी सुरक्षा गार्डो के साथ आंतरिक व्यवस्था को भी मजबूत किया जा रहा है कि शिशु के शव को सही तरीके डिस्पोज किया जा सके। इसके अलावा सर्जरी विभाग में तैनात सुरक्षा गार्डो व एजेंसी को निर्देश दिये गये है।
लखनऊ। किं ग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के सुरक्षा गार्डो अब कुत्तों के प्रवेश पर रोक काम सौंपा गया है। इसके साथ ही नगर निगम की मदद से चार दिन में परिसर से 23 कुत्ते पकड़े जा चुके है।
दरअसल केजीएमयू के ट्रामा से कुत्ता मरीज का कटा हाथ ले भागा था आैर परिसर में टहल रहा था। इस पर केजीएमयू प्रशासन ने सुरक्षा गार्ड, एजेंसी, नर्सिग स्टाफ पर कार्रवाई कर दिया। इसके साथ परिसर में विभाग, वार्ड में टहल रहे कुत्तों के खिलाफ अभियान चलाया गया। नगर निगम की मदद से चलाया गया। अभियान में अलग- अलग दिनों में कुल 23 कुत्तों को पकड़ने में सफलता मिली।
इसके साथ ही केजीएमयू प्रशासन ने नये फरमान में तैनात सुरक्षा गार्डो को आदेश दिया है कि वह लोग गेट पर श्वानों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए सर्तक रहेंगे, ताकि कोई कुत्ता अंदर प्रवेश न कर सकें। मरीजों व तीमारदारों की व्यवस्था के साथ कुत्तों पर भी निगरानी रखनी होगी। कहीं कोई अंदर प्रवेश कर सके या टहल तो नहीं रहा है। इसके साथ ही सवेदनशील स्थानों पर बैरीकेटिंग करना होगा, ताकि कुत्तें अंदर कूद कर न आ सके। बताया जाता है कि सफाई कर्मियों को भी निर्देश दिया गया है कि कहीं भी खाने का सामान न पड़ा मिले।
इसके साथ ही तीमारदारों का भी जागरूक किया जाए। केजीएमयू प्रशासन की मानें तो सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र ट्रामा सेंटर के अलावा ओपीडी , क्वीन मेरी अस्पताल है। क्वीन मेरी में नवजात शिशु के शव को कुत्ता खींच कर ले जा चुका है। क्वीन मेरी में भी सुरक्षा गार्डो के साथ आंतरिक व्यवस्था को भी मजबूत किया जा रहा है कि शिशु के शव को सही तरीके डिस्पोज किया जा सके। इसके अलावा सर्जरी विभाग में तैनात सुरक्षा गार्डो व एजेंसी को निर्देश दिये गये है।