लखनऊ। नर्सेस की मांगों को जल्द ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से वार्ता करके निदान करने का प्रयास किया जाएगा। यह बात परिवार कल्याण, मातृत्व आैर बाल कल्याण तथा पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने रविवार को आल इंडिया गवर्नमेंट नर्सेस फेडरेशन नयी दिल्ली का एक दिवसीय अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए कही। अधिवेशन में नर्सो ने केद्र के समान पदनाम, वेतनमान तथा भत्ते की मांग के लिए ज्ञापन भी सौपा।
गोमती नगर के अंतरराष्ट्रीय बौद्ध शोध संस्थान में आयोजित अधिवेशन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि देश की जनसंख्या के अनुपात में यहां नर्सेस बहुत कम है। इसलिए हमें अधिक से अधिक नर्सेस की व्यवस्था व तैनाती का काम प्राथमिकता पर किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस वर्ष इंटरनेशनल नर्सेस काउसिंल के स्लोगन हेल्थ फॉर अाल को सभी याद होगा। इस स्लोगन के साथ – साथ हमें राइट टू लिव का भी ध्यान रखना चाहिए। ताकि नर्सेस अपना कार्य कुशलता पूर्वक कर सकें। उन्होंने मांग पत्र दिये जाने पर आश्वासन दिया कि इसके लिए वह जल्द ही के द्रीय मंत्री से वार्ता करके कोई न कोई निदान निकालने की कोशिश करेंगी। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली व अन्य राज्यों से आयी नर्सों को घूमने के लिए पर्यटन विभाग से बस दिलाना का प्रस्ताव भी दिया।
अधिवेशन की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती जीके खुराना ने कहा कि नर्सिंग संवर्ग की मांगों को पूरा कराने के लिए लगातार कोशिश की जा रही है। फिर भी उन्हें सिर्फ आश्वासन ही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नर्सें हमेशा पूरी निष्ठा से चिकित्सा कार्य में रहती है, फिर भी उनका ही उत्पीड़न ही किया जा रहा है। महामंत्री अशोक कुमार ने कहा कि नर्सिंग सवर्ग की तीन मांग ही है। केद्र के समान पदनाम, वेतन तथा भत्ते दिये जाए। परन्तु मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इसके लिए प्रदेश की ही नहीं देश भर की नर्सें आंदोलन करने को तैयार है। अधिवेशन में प्रदेश अध्यक्ष रानी वर्मा, कोषाष्यक्ष जितेद्र बहादुर, उपाध्यक्ष शशी प्रभा सिंह, सुमित्रा के अलावा शालिनी भट्नागर, मंजू सिंह आदि मौजूद थे।
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