लखनऊ। इंडियन अकादमी ऑफ पीडियाट्रिक्स की मेडिकल लीगल विंग की नेशनल कांफ्रेंस में बोलते हुए डॉ सूर्यकांत ने बताया कि इनहेलर अस्थमा रोगियों के लिए दोस्त है दुश्मन नहीं, समाज में रोगियों में यह भ्रम है कि इनहेलर की आदत पड़ जाती है, लत हो जाती है और यह नुकसान करता है।
जो कि बिल्कुल गलत है । इनहेलर अस्थमा के रोगी को स्वस्थ रखता है और इनहेलर का नियमित उपयोग करते हुए अस्थमा का व्यक्ति जीवन में कोई भी कार्य कर सकता है उदाहरण के तौर पर सौरव गांगुली ने अस्थमा होते हुए भी क्रिकेट में इतना बड़ा नाम कमाया, अमिताभ बच्चन ने भी अस्थमा होते हुए सफलता के बड़े आयाम स्थापित किये ।
प्रियंका चोपड़ा ने तो एक अपने खुद के वीडियो में बताया है कि मैं 5 वर्ष की उम्र से इनहेलर ले रही हूं और आज तक मुझे कोई समस्या नहीं हुई और मैं फिल्म जगत के इतने ऊँचे मुकाम पर इनहेलर को नियमित रूप से लेते हुए ही यहाँ तक पहुँच पाई हूं।
डॉ सूर्यकांत ने और भी बहुत सारे सेलेब्रिटीज के उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उन्होंने अस्थमा होते हुए भी जीवन के विविध क्षेत्रों में सफलता प्राप्त की, इनहेलर में दवा की मात्रा बहुत कम होती है यह सीधे फेफड़े में जाती है दूसरे अंगों में यह दवा नहीं जाती है इसलिए फेफड़े में यह फायदा करती है और किसी भी अंग में कोई नुकसान नहीं करती है। इनहेलर से दोस्ती रखनी चाहिए और उसको लेकर फोबिया नहीं होनी चाहिए।