लखनऊ । राजधानी में बढ़ते अपराध की रोकथाम में नाकाम पुलिस अधिकारियों से सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। मुख्यमंत्री ने सख्त लहजे में कहा है कि जो पुलिसकर्मी काम न कर पायें वह कुर्सी छोड़ दें। यह सुनते ही पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह व आईजी रेंज लखनऊ जय नारायन सिंह काफी खफा हैं। प्रदेश व रेंज में कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए डीजीपी ने रेंज के सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह अपने-अपने रेंज में बैठक करें।
इसी क्रम में मंगलवार की देर रात एएसपी के साथ क्षेत्राधिकारियों के साथ समीक्षा की थी। इस दौरान इन्हें सर्किल अफसरों तथा इंस्पेक्टरों व एसओ की लापरवाही सामने आयी तो वह विफर पड़े। आईजी का गुस्सा देख थाना प्रभारियों व एसओ के माथे पर इस कदर चिंता सताने लगी कि कौन बचेगा और कौन नपेगा। जानकार सूत्रों की मानें तो आईजी के तेवर देख अपनी कुर्सी बचाने के लिए यह थानेदार इस समय हर जुगत भिड़ाने में लगे हुए हैं। वहीं पुलिस महानिदेशक सुलखान सिंह ने साफ तौर पर ऐलान किया है कि जो थाना प्रभारी काफी दिनों से एक ही जगह तैनात है उसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाये। मलाईदार थानों पर काबिज यह थानेदार सत्ताधारी दल के अपने खास नेताओं की चौखट पर जाकर सलामी ठोकने में जुट गये है।
विभाग के जानकारों की मानें तो पुलिस महानिदेशक कार्यालय और आईजी रेंज का कड़ा रुख देख कमोवेश इस समय राजधानी के अलावा अधिकतर जिलों का है। आये दिन कहीं न कहीं लूट, डकैती, छिनैती एवं हत्या जैसी संगीन वारदातों को सुन-सुनकर शायद पक गये और पुलिस के आलाधिकारियों को मुख्यमंत्री ने सख्त आदेश जारी कर कहा कि अब लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जायेगी। मुख्यमंत्री का फरमान सुनते ही मानों पुलिस अफसरानों को सांप सूंघ गया और आनन-फानन में मातहतों के साथ अपराध बैठक शुरू कर दी है।
मंगलवार की रात कानून-व्यवस्था की जिस प्रकार से आइजी और डीजीपी ने तेवर सख्त किये उससे मातहतों में खलबली मची हुई है। उन्होंने साफ कर दिया है कि इस बात की जानकारी है कि कौन स्टेशन अफसर काम कर रहा है और कौन अपने कर्तव्यों का पालन कर रहा है। आइजी रेंज जय नारायन सिंह ने क्राइम मीटिंग में किसी और थानों को नहीं बल्कि गोमतीनगर थाने पर जोर दिया कि यहां कई लूट और डकैतियां हुई, जिनका अभी तक खुलासा नहीं हो सका है। इस दौारान उन्होंने साफ संकेत दिया है कि अब किसी प्रकार की लापरवाही वह बर्दाश्त नहीं करेंगे।
फिलहाल मुख्यमंत्री के तेवर देख पुलिस अधिकारियों ने मातहतों के पेंच कसने शुरू कर दिये हैं। इस कड़े तेवर को देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने तीन दर्जन चौकी प्रभारियों को ईधर से उधर किया। पुलिस विभाग के जानकारों का कहना है कि बतादलों का यह दौर अभी जारी रहेगा। यही वजह है कि हर थाना प्रभारी इसी चिंता में परेशान है कि उसकी कुर्सी बचेगी या जायेगी। इस बाबत आइजी रेंज जय नारायन सिंह ने बताया कि जो मातहत लापरवाही करते मिला तो उसके खिलाफ कड़े कदम उठाये जायेंगे।