गर्मी से तीन की मौत, धूप में बेवजह न निकलें

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लखनऊ। राजधानी में तेज गर्मी से तीन लोगों की मौत हो चुकी है। गर्मी से मौत की पहली घटना स्टेशन रोड के समीप आटो चालक कुछ देर के लिए रुके आैर पल भर में नीचे गिर गये आैर उनकी मौत हो गयी। दूसरी घटना सुशांत गोल्फ सिटी में नीलमथा में रहने वाले सिक्योरटी गार्ड अंसल एपीआई में ड्यूटी कर रहे थे। अचानक तबियत बिगड़ी आैर वह बेहोश होकर गिर गये। लोगों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसी प्रकार तीसरी घटना मवईकला के रहने वाले राम प्रसाद कुर्सी रोड पर ठेला लेकर जा रहे थे। तबियत बिगड़ने पर वह सिटी क्लब के पास पेट्रोल पंप पर रूक कर बैठ गये। कु छ लोगों ने थोड़ी देर बाद देखा तो सांसे थम चुकी थी।

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गर्मी कहर बरपा रही है। ऐसी गर्मी में हीट स्ट्रोक में मेडिकल इमरजेंसी बनता जा रहा है। हीट स्ट्रोक के साथ डिहाइड्रेशन के मरीज लगातार इमरजेंसी में पहुंच रहे है। केजीएमयू, लोहिया संस्थान, बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में दोपहर के वक्त जब गर्मी चरम पर थी, तब हीट स्ट्रोक के लगभग एक दर्जन मरीज अलग – अलग इमरजेंसी में पहुंचे। इसके अलावा उल्टी- दस्त के लगातार मरीज इमरजेंसी पहुंच रहे है। इनके लिए अलग वार्ड बनाये गये है। जहां पर बिस्तरों की संख्या लगभग फुल हो चुकी है।
तेज धूप में आवागमन करते वक्त लगातार सिर दर्द हो रहा हो, बेहोशी आ रही हो। सबसे महत्वपूर्ण पसीना आना बंद हो जाए अौर शरीर का तापमान ज्यादा हो जाए तो यह हीट स्ट्रोक के लक्षण है।

यह बात केजीएमयू के मेडिसिन विभाग के वरिष्ठ डा. कौसर उस्मान ने दी। उन्होंने बताया कि इस लक्षणों वाले मरीज बढ़ रहे है। कई मरीज तो ओपीडी में इन लक्षणों के साथ पहुंचे तो उन्हें तत्काल भर्ती होने का परामर्श दिया गया। उन्होंने बताया कि तेज धूप में आवश्यक कार्य के बिना न निकलें। खास कर बच्चें आैर बुजुर्ग विशेषकर अपना ध्यान रखे। ब्लड प्रेशर, कार्डियक व डायबिटीज के मरीज विशेष ध्यान रखे। गर्मी में पसीने में बहुत निकलता है आैर पानी के कमी के कारण ब्लड प्रेशर लो हो जाता है। ऐसे में पानी की मात्रा की कमी न होने दें।

इसके अलावा बलरामपुर, सिविल अस्पताल व लोक बंधु की ओपीडी में उल्टी दस्त के मरीज लगातार आ रहे है। डाक्टरों का कहना है कि इस तरह के मरीजों की संख्या दर्जनों में है। आलम यह है कि स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर बनाये गये विशेष वार्ड लगभग फुल हो चुके है। अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ायी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी को ओआरएस पैकेट के अलावा इमरजेंसी दवाओं की कमी न होने के निर्देश दिये है।

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