लखनऊ। मुख्य मंत्री के निर्देशानुसार प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नोडल अधिकारी तैनात नहीं किये जा रहे है। प्रोविशिंयल मेडिकल सर्विस एसोसिएशन ( पीएमएस) का अारोप है कि आदेश के विपरीत प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में नोडल अधिकारी के तौर पर खंड विकास अधिकारी, नायब तहसीलदार, तहसीलदार आदि को विभिन्न अस्पतालों के लिए नामित किया गया है।
जो कि गलत है।
पीएमएस संघ के अध्यक्ष डा. सचिन वैश्च ने बताया कि आदेश के रूप में नोडल अधिकारी के रूप में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी अथवा उनके समकक्ष नामित अधिकारियों को भेजा जाएगा। जब कि इसके विपरीत अस्पतालों व स्वास्थ्य केन्द्रों के नोडल अधिकारी के रूप में खंड विकास अधिकारी, नायब तहसीलदार , तहसीलदार को भेजा जा रहा है। जबकि संवर्ग का प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी राज पत्रित अधिकारी होने के अलावा उच्चशिक्षा प्राप्त होता है। सम्मानित नागरिक होता है। यह डाक्टरों के विपरीत है।
महासचिव डा. अमित सिंह ने बताया कि लगातार जनपदों से शिकायत मिलने के बाद महा निदेशक को पत्र भेज कर आदेश नुसार नोडल अधिकारी तैनात करने की मांग की है।