Lucknow। राजधानी में कोरोना संक्रमित की संख्या में लगातार बढ़ती जा रही है। शुक्रवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के तीन डाक्टर समेत 10 नये मरीजों में कोरोना की पुष्टि की गयी, इनमें पांच महिला आैर पांच पुरु ष शामिल हैं।
कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों की चिंता बढ़ा दी है। हालांकि, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एनबी सिंह का कहना है कि कोरोना को लेकर डरने की जरूरत नहीं है लेकिन कोरोना से बचाव का प्रोटोकाल जरूर पालन किया जाए। इस सीजन में अब तक 60 मरीजों में कोरोना की पुष्टि की जा चुकी है जबकि कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 32 है। पिछले दो दिन में राजधानी में 17 मरीजों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है।
शुक्रवार को 10 नये मरीजों में केजीएमयू के टीजी हास्टल निवासी तीन डाक्टरों में एक युवती (26 वर्ष), दो पुरु ष (26वर्ष ) व (31वर्ष ) हैं। इन सभी को आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयीं। इस बार केजीएमयू, डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल समेत कई अस्पतालों के डाक्टरों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है। इसके अतिरिक्त जानकीपुरम निवासी पुरु ष (47 वर्ष) कोरोना की चपेट में आये। वह आठ जून को थाईलैंड गये थे, वहां से 14 जून को नयी दिल्ली होते हुए वापस 17 जून को लखनऊ लौटे। इन्हें जुकाम, बुखार होने पर परिजनों ने कोरोना की जांच करायी तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
दूसरी तरफ राजाजीपुरम के दो पुरु ष (35 वर्ष) और (55 वर्ष), आलमबाग के कृष्णा पल्ली की रहने वाली महिला (36 वर्ष), इंदिरा नगर की बच्ची (10 वर्ष) आैर युवती (26 वर्ष) शामिल हैं। इसके अलावा सरोजनीनगर की रहने वाली महिला (45वर्ष) में कोरोना की पुष्टि हुई। इन सभी मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है।