समय पर जांच और आधुनिक तकनीक से बढ़ रही है जीवन की आशा

0
367

विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस

Advertisement

लखनऊ । हर वर्ष 8 जून को विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है ताकि ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों, इसके खतरों और इलाज के प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके। इस अवसर पर डॉ. आदित्य गुप्ता, निदेशक – न्यूरोसर्जरी और साइबरनाइफ, आर्टेमिस अस्पताल, गुरुग्राम ने बताया कि “ब्रेन ट्यूमर की समय पर पहचान और तकनीकी रूप से उन्नत इलाज आज जीवन रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि ब्रेन ट्यूमर के लक्षण जैसे कि बार-बार सिरदर्द, उल्टी, दौरे, नजर में बदलाव, बोलने या समझने में कठिनाई, संतुलन की समस्या या व्यवहार में बदलाव को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। “समय रहते एमआरआई जैसे टेस्ट से ट्यूमर की पहचान हो सकती है और सही इलाज की दिशा में कदम बढ़ाए जा सकते हैं,” उन्होंने कहा।

उन्होंने बताया कि आज CyberKnife जैसी तकनीकों ने इलाज को सुरक्षित, दर्दरहित और अत्यंत सटीक बना दिया है। यह एक बिना चीरा और बिना भर्ती के होने वाली रेडियोसर्जरी है, जो उन मरीजों के लिए बेहद प्रभावी है जो पारंपरिक सर्जरी के लिए उपयुक्त नहीं हैं।

डॉ. गुप्ता ने आगे बताया कि आर्टेमिस अस्पताल में ब्रेन ट्यूमर के इलाज के लिए न्यूरोसर्जन, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, न्यूरोलॉजिस्ट और रिहैब विशेषज्ञों की एक संयुक्त टीम कार्यरत है, जिससे मरीज़ों को समग्र और व्यक्तिगत इलाज उपलब्ध होता है।

इस वर्ष के विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस पर डॉ. गुप्ता ने समाज से अपील की कि “लोगों को लक्षणों के प्रति सजग रहने की ज़रूरत है और समय पर इलाज की दिशा में कदम उठाने चाहिए। साथ ही, अनुसंधान और नई तकनीकों को समर्थन देकर हम इस बीमारी से लड़ाई को और मजबूत बना सकते हैं।

Previous articleKgmu : दरिंदगी पीड़ित बच्चीं को विशेषज्ञ डॉक्टर नयी जिंदगी देने में जुटे
Next articleक्रिकेटर रिंकू सिंह व सपा सांसद प्रिया सरोज की हुई सगाई

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here