ब्रहृोस मिसाइल ने ऑपरेशन सिंदूर में पराक्रम की एक झलक दिखलाई : सीएम

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लखनऊ। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान ब्रहृोस मिसाइल के पराक्रम की झलक देखने को मिली थी आैर अगर यह काफी नहीं है तो पाकिस्तानियों से इसके बारे में पूछना चाहिए।

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‘ब्राहृोस एयरोस्पेस इंटिग्रेशन एंड टेसिं्टग फैसिलिटी” के उद्घाटन समारोह में योगी ने कहा, ”ब्रहृोस मिसाइल क्या होती है? आप लोगों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर” के तहत इसके पराक्रम की एक झलक देखी है। अगर नहीं देखी होगी तो कम से कम पाकिस्तानियों से पूछ लेना चाहिए कि ब्राहृोस मिसाइल की ताकत क्या है।

योगी ने कहा, ”प्रधानमंत्री ने घोषणा की है कि किसी भी आतंकवादी घटना को अब युद्ध माना जाएगा। आतंकवाद को जब तक हम पूरी तरह कुचलेंगे नहीं तब तक समस्या का समाधान होगा नहीं। इसे कुचलने का समय आ गया है आैर इसके लिए पूरे भारत को एक स्वर में मोदी के नेतृत्व में एकजुट होना होगा।

उन्होंने कहा, ”यह प्यार की भाषा मानने वाला नहीं है, उनको उसी भाषा में जवाब देने के लिए तैयार होना होगा आैर भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर” के माध्यम से दुनिया को एक संदेश दे दिया है।


उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया” की अवधारणा की सराहना करते हुए कहा कि सबसे पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता के लिए भारत की सेनाओं, अपने सभी बहादुर जवानों, प्रधानमंत्री आैर रक्षा मंत्री का हृदय से अभिनंदन करते हुए प्रदेशवासियों की ओर से हृदय से बधाई देता हूं।

उन्होंने कहा, ”2019 में केंद्र में पुन: सरकार बनने के बाद रक्षा मंत्री के तौर पर राजनाथ सिंह ने पहली बार लखनऊ में ‘डिफेंस एक्सपो” आयोजित कराया आैर उन्होंने कहा था कि लखनऊ में ब्राहृोस मिसाइल बनाने के बड़े कार्यक्रम को आगे बढाएंगे।
योगी ने रक्षा मंत्री एवं क्षेत्रीय सांसद राजनाथ सिंह के प्रयासों की प्रशंसा की।

मुख्यमंत्री ने ब्राहृोस एयरोस्पेस द्वारा चयनित युवाओं को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए। मुख्यमंत्री को ब्राहृोस मिसाइल का एक प्रतिरूप भी भेंट किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी स्वावलंबी देश के लिए आवश्यक है कि अपनी रक्षा आपूर्ति के लिए वह दुनिया के अन्य देशों पर निर्भर होने की बजाय स्वयं उस लक्ष्य को प्राप्त करे। उन्होंने कहा कि इजराइल इसका उदाहरण है, जिसने सुरक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ में भी ब्राहृोस को जैसे ही 200 एकड़ भूमि दी गई तो पीटीसी भी यहां पर आया है। पीटीसी ने न केवल ब्राहृोस के लिए बल्कि एयरोस्पेस से जुड़े अनेक कार्यों के लिए एक एंकर यूनिट के रूप में उत्पादन कार्य प्रारंभ किया है।

उन्होंने कहा कि 2013-14 में भारत का जो रक्षा उत्पादन था आज हम उससे कई सौ गुना ज्यादा उत्पादन आैर निर्यात कर रहे हैं।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में जो सरकार का लक्ष्य था कि छह डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग कॉरिडोर में हमें 50,000 करोड़ रुपये के निवेश कराने हैं, एक लाख युवाओं को रोजगार भी देना है। अब तक राज्य सरकार के साथ डिफेंस एक्सपो के साथ ही देश आैर दुनिया के अलग-अलग भागों से 57 समझौते हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश देश की रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता में अपना योगदान देने में पूरी मजबूती के साथ खड़ा है। यहां पर अभी रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) को या फिर ब्राहृोस जैसे रक्षा उत्पादन से जुड़े अन्य कार्यक्रमों के लिए जितनी भी भूमि की आवश्यकता पड़ेगी, उत्तर प्रदेश सरकार पहले की तरह इसमें भरपूर मदद करेगी।

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