लखनऊ। प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ ने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत राजधानी सहित पूरे प्रदेश में आयुष विधा के डॉक्टरों ने काला फीता बांधकर काम किया और विरोध प्रकट किया। डॉक्टर अटेंडेंस एप का लगातार विरोध कर रहे हैं।
प्रांतीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा सेवा संघ के प्रांतीय अध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह और महासचिव डॉ. जितेंद्र कुमार ने कहा कि संगठन ने आयुष विभाग के प्रमुख सचिव को पूर्व में आंदोलन का पत्र भेजा जा चुका है। इसके बाद भी शासन स्तर से अधिकारियों ने अटेंडेंस एप पर संगठन से कोई वार्ता नहीं की आैर न ही किसी प्रकार का निदान निकाला।
पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत ही लखनऊ समेत पूरे प्रदेश के 1600 डॉक्टरों ने काला फीता बांधकर विरोध जताया। अभी डॉक्टरों ने मरीज का इलाज प्रभावित नहीं किया है, लेकिन अधिकारियों की उदासीनता के चलते, ऐसे ही चलती रही, तो पूरी तरह से कामकाज भी ठप करना मजबूरी होगा।
संगठन उप्र. सरकार अटेंडेंस पोर्टल पर पंजीकरण करवाने पर आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा की मांग कर रहा है। पंजीकरण न होने की दशा में वेतन बाधिक करते हुए विभागीय कार्यवाही के लिए अफसरों द्वारा धमकाया जा रहा है। इससे डॉक्टरों में आक्रोश है।
इस नीति में सुधार और सुरक्षा की मांग के समर्थन में पहले दिन सोमवार को प्रदेश के सभी आयुर्वेदिक व यूनानी डॉक्टरों ने काला फीता बांधकर विरोध जताया। विरोध लगातार जारी रहेगा।