अस्थमा में पोषण: सही आहार से नियंत्रित करें लक्षण

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लखनऊ। अस्थमा एक ऐसी बीमारी है जो श्वास की प्रक्रिया को प्रभावित करती है और इसका प्रबंधन करना मुश्किल हो सकता है। इस रोग से पीड़ित व्यक्ति को अपने आहार में सही पोषण शामिल करके अपने स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने की जरूरत होती है। यहां हम अस्थमा के लिए सही पोषण के बारे में बात करेंगे।

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यहां कुछ प्रोटीन और फाइबर युक्त आहार के उदाहरण हैं:

1. **दाल और सब्जियां:** दालों में प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जैसे कि मूंग, चना, और मसूर। साथ ही, सब्जियां भी फाइबर का ñjhjjjj स्रोत होती हैं।

2. **धनिया, जीरा, ** इन मसालों में प्रोटीन और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है और इन्हें खाने में शामिल कर सकते हैं।

3. **अंडे:** अंडे में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है,

4. **नट्स और बीज:** अखरोट, बादाम, और चिया बीज जैसे नट्स और बीज प्रोटीन और फाइबर के अच्छे स्रोत होते हैं।

5. **फल और सब्जियां:** केला, सेब, अंगूर, अनार, गाजर, और बैंगन जैसे फल और सब्जियां भी फाइबर की अच्छी मात्रा प्रदान करती हैं।

प्रोटीन और फाइबर युक्त भोजन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगने देता। इसलिए, अपने आहार में इन्हें शामिल करना महत्व

**अंतिऑक्सिडेंट से भरपूर आहार:** अंतिऑक्सिडेंट से भरपूर आहार खाना अस्थमा के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसमें विटामिन सी, विटामिन ई, बीटा-कैरोटीन, सेलेनियम, और फ्लावोनॉयड्स शामिल होते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

. **हल्का और स्वास्थ्यप्रद भोजन:** तला हुआ, मिठा, और तीखा खाना अस्थमा के लक्षणों को बढ़ा सकता है। इसलिए, हल्का और स्वास्थ्यप्रद भोजन का सेवन करें, जैसे कि फल, सलाद, और सूप।

**उपायुक्त पानी का सेवन:** सही मात्रा में पानी पीना बहुत महत्वपूर्ण है। यह लंबी सांसें लेने में मदद करता है और वायु मार्ग को साफ रखने में सहायक होता है।

. **डेयरी उत्पादों का सेवन:** कुछ अध्ययनों के अनुसार, डेयरी उत्पादों का सेवन अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। इसलिए, दूध, दही, और पनीर का सेवन करें।

**संतुलित आहार:** संतुलित आहार खाना अस्थमा के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। इसलिए, अपने आहार में सभी पोषक तत्वों को समाहित करें।

अस्थमा के रोगियों के लिए सही पोषण अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह उन्हें उनकी समस्या को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है और उनके जीवन को सुखद बना सकता है। ध्यान रखें, इन सुझावों को अपनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

Mridul vibha
Senior Dietcian
Department of cardiology
King George Medical University

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