लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रामा सेंटर में जिंदा मरीज को मृत घोषित वाली महिला मरीज कोमा में चली गयी। लगातार वेंटिलेटर पर भर्ती रखने के बाद मरीज को परिजनों ने कोई सुधार न होने पर डिस्चार्ज करा लिया, लेकिन केजीएमयू प्रशासन ने घटना को गंभीरता से लेते हुए मेडिसिन विभाग को रिपोर्ट देने के निर्देश दिये है।
बताते चले कि ट्रामा सेंटर के मेडिसिन विभाग में भर्ती महिला मरीज को रेजीडेंट डाक्टरों ने ईसीजी करने के बाद मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद कैजुअल्टी के डाक्टरों ने जांच कर जिंदा घोषित कर दिया, जिस पर परिजनों ने हंगामा मचाया था। हंगामे के बाद पुलिस के हस्तक्षेप के बाद डाक्टरों ने गंभीर हालत को देखते हुए वेटिलेंटर पर भर्ती कर लिया, लेकिन वहां पर डाक्टरों ने मंिहला मरीज को कोमा में जाना बता दिया।
बताया जाता है कि सोमवार को उसके परिजन महिला मरीज को डिस्जार्ज करने घर भी ले गये। उधर केजीएमयू प्रशासन ने सोमवार को मेडिसिन विभाग के प्रमुख को घटना की जानकारी मांगते हुए लापरवाही मिलने पर जांच रिपोर्ट तलब की है। उनका कहना है कि अगर कोई दोषी हुआ तो कार्रवाई की जाएगी।