लखनऊ । डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में खून के बदले पैसे लेने का मामला प्रकाश में आया। बाल रोग विभाग में एडमिट एक बच्चे को एक यूनिट खून चढ़ाया जाना था, ऐसी स्थिति में डोनर न मिलने के कारण परिजनों ने जुगाड़ की तलाश में जुटे। इस बीच उन्हें दो संविदाकर्मी विकास आैर मनीष मिले, जिन्होंने चार हजार रुपये मांगे। यह दोनों कर्मचारी सफाई का काम करते थे। परिजनों ने पैसे दिये लेकिन उनको खून नहीं मिला पाया। ऐसी स्थिति में पूरा मामला उजागर हो गया। इस मामले को संज्ञान में लेते हुए अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. आशुतोष दुबे ने दोनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से कार्य मुक्त कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गत माह आईसीयू में संविदाकर्मियों ने एक डाक्टर का मोबाइल आैर पर्स चोरी किया था। पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज करायी गयी थी। सूत्र बताते हैं कि यह चंद मामले हैं कि जो प्रकाश में आए, वरना सिविल अस्पातल में अनगिनत चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। ओपीडी आए मरीज व परिजनों के मोबाइल आैर पर्स चोरी होना आम बात हो गयी है।