लखनऊ। अगर आप खाने में तेज नमक के सेवन करने के शौकीन है, तो सावधान हो जाए। जरूरत से ज्यादा नमक ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक समेत दूसरी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। सामान्य लोगों को भी प्रतिदिन दस ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिये। यही नहीं हार्ट मरीज भी दिन भर में पांच ग्राम से अधिक नमक का सेवन बिल्कुल न करें। यह बात रविवार को यूपी चैप्टर ऑफ कार्डियोलॉजी सोसायटी ऑफ इंडिया (यूपीसीएसआई) के 14 वें मिडटर्म इंटरवेंशनल सम्मेलन में पीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट व सोसायटी के अध्यक्ष डॉ. नवीन गर्ग ने कहीं। गोमती नगर के होटल में आयोजित सम्मेलन में कार्डियक विशेषज्ञों ने चर्चा की कि कार्डियक में भी अलग- अलग विधा में विशेषज्ञ होना चाहिए।
डॉ. नवीन गर्ग ने बताया कि ज्यादा नमक शरीर में पानी को रोकने का काम करता है। यह पानी में पूरी तरह से घुलता नहीं है। ज्यादा सेवन से हार्ट की धमनियां सख्त होने लगती हैं। इससे ब्लड प्रेशर बढ़ने के साथ ही वजन बढ़ने लगता है।
यूपीसीएसआई के सचिव व लोहिया संस्थान के वरिष्ठ कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. भुवन चंद तिवारी ने बताया कि हार्ट पेशेंट डाक्टर के परामर्श पर शरीर की क्षमता के अनुसार वॉक के साथ योग और हल्का व्यायाम भी कर सकते हैं। इससे हार्ट की पम्पिंग बढ़ती है आैर हार्ट को स्वास्थ रखती है। इसके अलावा नियमित ब्लड प्रेशर चेक करते रहे और डाक्टर द्वारा बतायी गयी दवाएं का सेवन कर
आयोजन सचिव डॉ. अवधेश शर्मा ने बताया कि हार्ट पेशेंट को बैड कोलेस्ट्राल (एलडीएल) को नियंत्रित रखना चाहिए। खास कर जिनको स्टंट डाला गया है। उनका कोलेस्ट्राल 30 के नीचे होना चाहिये। इसके अलावा मोटापे को नियंत्रित रखना चाहिए। सोसायटी के पूर्व अध्यक्ष डॉ. आदित्य कपूर और डॉ. एसके द्विवेदी,डॉ. ऋषि सेठी ने एंजियोप्लास्टी की नवीन तकनीक इन्ट्रावस्क्युलर अल्ट्रासाउंड, ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी और फ्रैक्शनल फ्लो रिजर्व आदि कई इमेजिंग तकनीक के बारे में जानकारी दी। सम्मेलन में कार्डियक विशेषज्ञ डॉ. पीके गोयल, डा. नकु ल सिन्हा, डॉ. रमेश ठाकुर, डॉ. एमयू रब्बानी समेत 200 से अधिक डॉक्टर और रेजिडेंट डाक्टर शामिल हुए।