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लखनऊ । आलमबाग थाना क्षेत्र के अंतराज्यीय बस टर्मिनल के निकट मैट्रो स्टेशन के नीचे बुधवार देर रात ढाई वर्षीय मासूम बच्ची संग दरिंदगी करने वाला शुक्रवार तड़के पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में गोली लगने से ढेर हो गया। उसकी तलाश में पुलिस की पांच टीमें लगी थी। टीमें दरिन्दे की तलाश में लगातार उसके ठिकानों पर दबिश दे रही थीं। घटना के 48 घंटे बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में मार गिराया।
प्रभारी निरीक्षक आलमबाग सुभाष चंद्र सरोज ने बताया कि बुधवार देर रात वहसी दरिंदे ने आलमबाग बस टर्मिनल के पास मैट्रो स्टेशन के नीचे सो रही ढाई वर्षीय मासूम को सोते में उठाया और हैवानियत की सारी हदे पार कर दीं आैर उसे छोड़कर स्कूटी से फरार हो गया।
घटना की जानकारी होने पर मासूम बच्ची के पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर दरिंदे की गिरफ्तारी के लिए पांच टीमों का गठन किया गया आैर उसकी तलाश शुरू की गयी। उसी दौरान सूचना मिली कि दरिंदगी करने वाला हैवान अपना सामान लेकर शहर छोड़ने की फिराक में है। इस सूचना पर शुक्रवार तड़के करीब 3.15 बजे देवी खेड़ा तिराहे से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर एक स्कूटी सवार को रोकने का प्रयास किया गया तो स्कूटी सवार तेजी से अपनी स्कूटी मोड़ कर भागने के प्रयास में फिसलकर गिर गया। पुलिस टीम ने उसे पकड़ने का प्रयास किया तो स्कूटी सवार ने अपना तमंचा निकाल कर पुलिस टीम पर फायर कर दिया।
बदमाश की पहली गोली तो मिस हो गई, लेकिन दूसरी गोली इंस्पेक्टर आलमबाग की बुलेट प्रूफ जैकेट में जा धंसी। पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली दरिंदे के सीने में जा धंसी, जिससे वह मौके पर ही ढेर हो गया। अधिकारियों की मौजूदगी में आलमबाग पुलिस टीम ने घायल को इलाज के लिए नजदीकी लोकबंधु अस्पताल भेजा, जहां से उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। इसी बीच दरिंदे ने दम तोड़ दिया और अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने आरोपित के पास से मिले .315 बोर का तमंचा, दो जिंदा कारतूस, एक खोखा व घटना के दौरान उपयोग की गई स्कूटी को कब्जे में लेकर दुष्कर्म पॉक्सो के अलावा आम्र्स एक्ट की धाराओं में बढ़ोत्तरी कर दी। दरिंदे की पहचान दीपक वर्मा उर्फ नन्हू पुत्र राधेश्याम वर्मा मूलनिवासी रामनगर ऐशबाग बाजारखाला, हालपता डूडा कॉलोनी थाना पारा के रूप के रूप में हुई है। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आलमबाग प्रभारी के अनुसार मृतक के खिलाफ थाना पारा और हजरतगंज में मारपीट धमकी समेत कई अन्य धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।