लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद भी ंिकंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती छात्र का इलाज-जांच ही मुफ्त दिया गया है। इलाज में प्रयोग हो रही दवाएं तीमारदार बाहर से ही खरीद कर ला रहे हैं। इसकी जानकारी ट्रामा सेंटर छात्र से मिलने पहुंची मंत्री स्वाति सिंह को मिली तो उन्होंने नाराजगी प्रकट की आैर केजीएमयू प्रशासन को सीएम के निर्देश का पालन करने के निर्देश दिये। पिता का कहना है कि स्कूल प्रबंधन से आए शिक्षकों ने बच्चे के इलाज का पूरा खर्च उठाया है। अभी तक केजीएमयू से जांच के सिवाय कोई भी मदद नहीं मिली। केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएल बी भट्ट का कहना है कि छात्र के इलाज में हम सभी दवाएं उपलब्ध करा रहे है। अगर बाहर से दवा लाने की बात है तो पता करता हूं। इसके अलावा महापौर सयुक्ता भाटिया भी छात्र से मुलाकात करने ट्रामा सेंटर आयी आैर उसे व परिजनों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
बृहस्पतिवार को सीएम ने केजीएमयू के ट्रामा सेंटर का दौरा करके छात्र से मुलाकात करके उसका हाल लिया और केजीएमयू कुलपति प्रो. एमएल बी भट्ट सहित डॉक्टरों को मुफ्त इलाज मुहैया कराने के निर्देश दिए थे। शुक्रवार को जब राज्य मंत्री स्वाति सिंह ट्रामा सेंटर छात्र से मुलाकात करने पहुंची तो वहां पर मंहगी दवा लाने की शिकायत की गयी। उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए मु फ्त इलाज देने के लिए निर्देश केजीएमयू प्रशासन को दिया है।
शुक्रवार को भी तीमारदारों से बाहर से दवा मंगवा ली गई। बताया जाता है कि जब पिता राजेश ने दवा के बारे में डाक्टरों से पूछा तो किसी ने कुछ भी जानकारी स्पष्ट नहीं दी। बस कागज पर लिख का बाहर से दवा लाने का निर्देश दिया है। पिता राजेश का कहना है कि भर्ती कराने के बाद अभी तक इलाज व जांच मुफ्त हो पाई है। उधर महापौर सयुक्त भाटिया भी ट्रामा सेंटर छात्र से मिलने गयी। यहां पर उन्हांेने छात्र से भी बात चीत की आैर परिजनों से बात करते हुए किसी प्रकार की आवश्यकता होने पर मदद करने का आश्वासन दिया।
हालत में सुधार छात्र वार्ड में शिफ्ट
किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर के क्रिटकल केयर यूनिट में भर्ती रितिक की हालत में सुधार होने पर ट्रॉमा जनरल सर्जरी विभाग में शिफ्ट कर दिया गया। डॉक्टरों की सलाह पर परिजनों ने उसे खाना खिलाया गया। डाक्टरों का मानना है कि छात्र भी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है, उसके पेट व सीने का घाव भरने में एक सप्ताह लगेगा। वहीं परिजनों का आरोप है कि क्रिटिकल केयर वार्ड से बाहर करके जनरल वार्ड में है। जहां पर उसे संक्रमण भी हो सकता है।
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती घायल छात्र को मुख्यमंत्री के आने से पहले ट्रामा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने क्रिटिकल केयर वार्ड में शिफ्ट करा दिया था।
मुख्यमंत्री के जाने के बाद तीसरे तल पर ही जनरल सर्जरी विभाग दोबारा शिफ्ट कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि वार्ड में लोगों के आने जाने के कारण उसको संक्रमण हो सकता है। ऐसे में उसे क्रिटकल केयर यूनिट में ही रखा जा सकता था। ट्रॉमा प्रभारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि छात्र अब स्वस्थ है खाने में उसे फल व दलिया दी गई थी। जिसे छात्र ने खाना खाया है। उन्होंने बताया कि उम्मीद है कि शनिवार को छात्र को डिस्चार्ज कर किया जा सकता है।