लखनऊ। हमें ये बताते हुए खुशी हो रही है कि अपने शुरुआती मेडिकल कॅरिअर में एक ही छत के नीचे सभी स्वास्घ्थ्य सुविधाओं से लैस एक आधनिक अस्पताल का डॉ अनिल खन्घ्ना और डॉ गीता खन्ना का सपना अब पूरा हो गया। इस कार्डिएक कैथ लैब के लांच होने से अब इनको ये भरोसा हो गया है त्वरित चिकित्सा सुविधाओं से कम समय में उनके पास किसी की जान बचाने का सुनहरा अवसर है।
आंकड़े गवाह है कि दिल की बीमारी के केस दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे हैं और पिछले कुछ सालों में ये 300 प्रतिशत बढ़ा है। अधिक बैठे रहने, काम का दबाव, व्यायाम न करना और एंजाइना दर्द से कैसे निबटना है इसकी जानकारी की कमी से इस बीमारी को और शह मिल रही है। हैरतंगेज बात ये भी है कि आज कल दिल के रोगियों की उम्र 25 से 55 साल के बीच है और यही उम्र पिछले कुछ साल में 55 वर्ष थी। एंजाइना मरीजों को अगर समय पर तुरंत इलाज मिल जाए तो 60 प्रतिशत मरीजों की जान बचाई जा सकती है।
अजंता अस्पताल के प्रबंध निदेशक डॉ अनिल खन्ना का मानना है कि इस दिशा में सरकारी अस्पताल बेहतर भूमिका अदा कर रहे हैं लेकिन ये मरीजों की संख्या के बोझ तले दबे हैं। इस महत्ती जरूरत की कमी को पूरा करने की बहुत आवश्यकता थी इसलिए अजंता कार्डिएक केयर सेंटर लेकर आया आधुनिक कार्डिएक कैथ लैब ताकि एंजाइना दर्द अथवा दिल के दौरे के दौरान जान बचाई जा सके।
डॉ खन्ना ने बताया कि दिल के दौरे के दौरान शुरुआती 90 मिनट में की गई त्वरित कार्यवाही उन स्वर्णिम घंटों का हिस्सा होते हैं जिसकी बदौलत किसी की जान बचाई जा सकती है। अजंता अस्पताल एक नई अवधारणा लेकर आया है जिसमें एक फोन पर ही चेस्ट पेन एंबुलेंस मुहैया कराई जाएगी ताकि मरीज को जल्द से जल्द कम समय में अस्पताल लाया जा सके। इससे मरीज की जान तो बचेगी ही उसको आकस्मिक राहत देकर दिल को भी अधिक क्षतिग्रस्त होने से बचाया जा सकेगा। हमारी कुशल विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम तकनीकी स्टाफ और अति आधुनिक मशीनों के साथ पीसीए प्रक्रिया से जान बचाने में माहिर हैं।
अब PayTM के जरिए भी द एम्पल न्यूज़ की मदद कर सकते हैं. मोबाइल नंबर 9140014727 पर पेटीएम करें.
द एम्पल न्यूज़ डॉट कॉम को छोटी-सी सहयोग राशि देकर इसके संचालन में मदद करें: Rs 200 > Rs 500 > Rs 1000 > Rs 2000 > Rs 5000 > Rs 10000.