लखनऊ। किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के इमरजेंसी ट्रॉमा सेन्टर में विभिन्न विभागों व क्रिटकल केयर यूनिट, आईसीयू (इन्टेंसिव केयर यूनिट) में उपलब्ध वेंटीलेटर बिस्तरों की उपलब्धता को पारदर्शी बना दिया गया है। वेंटिलेटर रिक्त होने की जानकारी सेंटर में लगे डैशबोर्ड पर दी जाएगी, ताकि सभी को इसका पता चल सके। इस व्यवस्था का शुभारम्भ सोमवार को उप-मुख्यमंत्री ब्राजेश पाठक ने किया।
इसके साथ ही मरीज के वार्ड में ही दवाएं और जांच रिपोर्ट्स पहुंचाने के लिए न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम की भी शुरुआत की गयी है। उप-मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक पारदर्शी व प्रभावी बनाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए। वही ट्रामा सेंटर में वेटिंलेटर डैश बोर्ड के साथ ही न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम की जानकारी मौजूद वरिष्ठ डाक्टरों से ली। इस अवसर पर कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद के अलावा वरिष्ठ डाक्टर्स मौजूद थे।
ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रेम राज सिंह ने बताया कि वेंटीलेटर बेड की उपलब्धता अब रियल टाइम में ऐप आधारित डैशबोर्ड के माध्यम से सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित होगी। उन्होंने कहा कि इस डैशबोर्ड का उद्देश्य केजीएमयू में उपलब्ध 149 वेंटीलेटर बेड्स की वास्तविक समय स्थिति को पारदर्शी रूप से आम जनता और तीमारदारों के समक्ष प्रस्तुत करना है।
उन्होंने इसकी कुछ मुख्य विशेषताएँ बताते हुए कहा कि यह डैशबोर्ड ट्रॉमा कॉरिडोर जैसे सार्वजनिक स्थलों पर क्ष्क्छ वेंटीलेटर बेड्स की रिक्तता या भरे होने की स्थिति रियल टाइम में दर्शाएगा। उन्होेंने बताया कि किसी मरीज के डिस्चार्ज होते ही जानकारी अपने आप अपडेट हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस नयी व्यवस्था का सामाजिक प्रभाव भी पड़ेगा, क्योंकि यह प्रणाली उस आम धारणा को तोड़ेगी कि वेंटीलेटर बेड्स पर वीआईपी को प्राथमिकता दी जाती है। इस पारदर्शिता से आम जन का विश्वास स्वास्थ्य व्यवस्था पर और मजबूत होगा। इसके साथ ही लोग स्वयं स्क्रीन पर देखकर यह सुनिश्चित कर सकेंगे कि बेड उपलब्ध है।
ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमिय अग्रवाल ने बताया कि अवसर पर डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स पूर्ण करने वाले छात्रों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। साथ ही न्युमैटिक ट्यूब सिस्टम का भी उद्घाटन हुआ, जिससे मरीजों को उनके वार्ड में ही दवाइयाँ और रिपोर्ट्स शीघ्रता से प्राप्त होंगी। इस अवसर पर ट्रॉमा सेंटर के अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सोमिल जायसवाल, केजीएमयू स्कूल ऑफ़ स्किल के प्रभारी डॉ. समीर मिश्रा एवं ट्रॉमा सेंटर के कैजुअल्टी मेडिकल ऑफिसर डॉ. धीरेंद्र पटेल एवं डॉ. समीर कुमार भी उपस्थित रहे।