लखनऊ। प्रसिद्ध होम्योपैथिक चिकित्सक डा. अनुरूद्ध वर्मा ने कहा कि तम्बाकू एवं धूम्रपान मीठा जहर है जो शरीर के सभी अंगों को खोखला कर मौत के मुंह में ढ़केल देता है। उन्होंने कहा कि देश में 2500 लोग प्रतिदिन तम्बाकू से होने वाली गंभीर बीमारियांे के कारण असमय काल के गाल में समा जाते हैं। डा. अनुरूद्ध वर्मा ने बताया कि होम्योपैथी की मीठी गोलियां तंबाकू की लत को छुड़ाने में कारगर है।
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उन्होंने कहा कि आज पुरूषों की अपेक्षा महिलाओं में भी तंबाकू की खाने की लत बढ़ रही है। डा0 वर्मा ने बताया कि होम्योपैथी में अनेक ऐसी कारगर दवाएं हैं जो आसानी से इस लत से छुटकारा दिला सकती हैं। होम्योपैथिक दवाएं लती व्यक्ति के द्वारा एकदम से तम्बाकू व धूम्रपान छोड़ने के कारण उत्तपन्न होने वाले लक्षणों जैसे चिड़चिड़ापन,गुस्सा, भूख न लगना आदि को भी काबू कर लेती है।
यह भी जानें
- भारत में 80 प्रतिशत लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं।
- तम्बाकू व इससे बने उत्पादों से 40 प्रकार के कैंसर होते हैं।
- 25 प्रकार की बीमारियां होती हैं।
- 95 प्रतिशत मुंह के कैंसर होता है।
- भारत में 184 करोड़ लोग तम्बाकू का सेवन करते हैं।
- प्रतिदिन 22 सौ लोगों की मौत होती है।
- गुर्दे और पेशाब की थैली तथा किडनी का कैंसर होता है।