लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में बुधवार सुबह कटा हाथ लेकर पहुंचे युवक को इमरजेंसी में भर्ती होने के लिए लगभग दो घंटे इंतजार करना पड़ा। तब यह युवक दर्द से स्ट्रेचर पर पड़ा तड़पता रहा आैर साथ आये परिजन इलाज के लिए डाक्टरों से फरियाद करते रहे,जब डाक्टरों ने इलाज नहीं किया तो तीमारदारों ने हंगामा किया। हंगामा के बाद अधिकारियों ने मरीज को प्लास्टिक सर्जरी विभाग रेफर कर दिया।
त्रिवेणी नगर निवासी अंकुश का बुधवार सुबह घर में चल रहे पंखे में हाथ लगने से कट गया था। परिजन तत्काल उसे पास के निजी अस्पताल ले गए। वहां पर डॉक्टरों ने कटा हाथ देखकर तत्काल केजीएमयू ले जाने का परामर्श दिया। तीमारदारों का आरोप है कि जब वह लोग ट्रामा सेंटर पहुंचे तो उन्हें आर्थोपैडिक विभाग में भेज दिया गया। वहां पर वह करीब दो घंटे तक स्ट्रेचर पर कटा हाथ लेकर पड़ा रहा, डाक्टर आकर देख लेते थे, लेकिन को कोई इलाज नही करने को तैयार नहीं था। इस पर नाराज परिजनों ने हंगामा कर दिया।
इसके बाद तो हरकत में आए अधिकारियों ने तत्काल प्लास्टिक सर्जरी विभाग भेज दिया। जहां पर डा. विजय कुमार के निर्देश पर तत्काल इलाज शुरू कर दिया गया। केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विजय कुमार ने बताया कि मरीज को प्लास्टिक सर्जरी में भेजा गया था। मरीज का इलाज किया जा रहा है।