लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस से पूर्व पर किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग में योग जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में योग प्रशिक्षण के साथ ही महत्व आैर लाभ की जानकारी गर्भवती महिलाओं को दी गयी, जिससे वह लोग गर्भावस्था में स्वस्थ्य रह सके। कार्यक्रम का आयोजन प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग एवं प्रो आर एस कुशवाहा, डीन स्टूडेंट वेलफेयर सेल के सहयोग से आयोजित किया गया।
विभाग की कार्यवाहक विभागाध्यक्ष प्रो. रेखा सचान के नेतृत्व में एक विशेष गर्भवती महिलाओं के लिए प्रशिक्षण शिविर कार्यक्रम ओपीडी में आयोजित किया गया। इसमें लगभग 200 गर्भवती महिलाओं को योग के महत्व और लाभों के बारे में जानकारी प्रदान की गई। प्रो. रेखा सचान ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए योग के उद्देश्य, इसके शारीरिक, मानसिक व सामाजिक लाभों पर जानकारी देते हुए कहा कि गर्भावस्था में प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों के निर्देशन में ही करना चाहिए। इससे पहले इलाज करा रहे डाक्टर से परामर्श ले लेना चाहिए।
कार्यक्रम में विभाग की प्रो. अमिता पांण्डये ने योग व हेल्थ पर जानकारी दी। डॉ. नम्रता कुमार ने योग से मानसिक तनाव को दूर करने की जानकारी दी। डॉ. वंदना ने योग से भ्रूण को क्या क्या प्रभाव पड़ता है। इसकी जानकारी दी। कार्यक्रम के अंत में 30 से 40 गर्भवती महिलाओं ने प्रशिक्षित योग प्रशिक्षकों के मार्गदर्शन में विभाग के आरसीएच हॉल में योगाभ्यास भी किया।
इस अवसर पर विभाग प्रो. पुष्पलता संखवार, डॉ. मोना असनानी, डॉ. मोनिका अग्रवाल, डॉ नम्रता कुमार, डॉ. प्रियंका सिंह, विभाग के रेजिडेंट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।