अध्यक्ष पर त्रिकोणीय, महामंत्री पर चतुष्कोणीय मुकाबला
लखनऊ। एसजीपीजीआई में पुरानी कमेटी के लोगों के सिर पर महा संगठन का सेहरा सजेगा या नए को मिलेगा मौका, इसका फैसला 26 को होगा। एसजीपीजीआई में कर्मचारी महासंघ के चुनाव में नाम वापसी के बाद सभी उम्मीदवारों ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है। अध्यक्ष पद पर त्रिकोणीय एवं महामंत्री पद पर चतुष्कोणीय मुकाबला है।
एसजीपीजीआई में कर्मचारी महासंघ की चुनाव को लेकर कर्मचारी कई घड़े में बैठे हुए हैं। नाम वापसी के बाद चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिए गए हैं। अध्यक्ष पद के लिए निवर्तमान अध्यक्ष जितेंद्र कुमार यादव के अलावा सतीश कुमार मिश्रा, डॉ. नीलमणि तिवारी मैदान में हैं। वरिष्ठ उपाध्यक्ष के चार पदों के लिए भीमराज सिंह, सुनीता सिंह, अजय कुमार श्रीवास्तव एवं सुनील कुमार पाल, महेंद्र प्रताप और रामलखन के बीच मुकाबला है। इसी तरह महामंत्री पद के लिए निवर्तमान महामंत्री धर्मेश कुमार, केके तिवारी, अशोक कुमार एवं रामकुमार सिन्हा मैदान में हैं। संयुक्त मंत्री के दो पदों के लिए चार लोग, कोषाध्यक्ष पद पर चार, संगठन मंत्री के दो पदों के लिए पांच लोग मैदान में हैं। इस तरह कुल 21 पदों के लिए 45 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। ये उम्मीदवार अलग-अलग पैनल के हैं। ऐसी स्थिति में एसजीपीजीआई में विभाग से लेकर आवासीय इलाके तक चुनावी सरगर्मी है। खास बात यह है कि महासंघ के इस चुनाव में नर्सिंग कैडर के कर्मचारी नेता अलग-अलग पैनल को सपोर्ट कर रहे हैं। ऐसी स्थिति में नर्सिंग कैडर की अग्नि परीक्षा भी होनी है। कर्मचारी महासंघ के चुनाव में कई कर्मचारी नेता खुद के विजई होने के लिए धनबल का भी प्रयोग धड़ल्ले से कर रहे हैं। देखना यह होगा कि किसके सिर पर जीत का सेहरा सजाता है।