लखनऊ। कृष्णानगर पुलिस ने व्यापारी कुलदीप की हत्या करने वलो दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से लूटा हुआ करीब 11 लाख रुपये का सोना भी बरामद हुआ है। हत्याकाण्ड का एक अन्य आरोपी फरार है, जिसकी पुलिस तलाष कर रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है। हत्याकाण्ड का मुख्य साजिषकर्ता मृतक का व्यापारी दोस्त था, जो तंगी से परेषान होने के बाद लूटपाट कर हत्या की योजना बनाई थी।
एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली की व्यापारी कुलदीप की हत्या करने वाले दो आरोपी बारविरवा चैराहे के पास मौजूद हैं।
इस पर पुलिस टीम ने घेराबंदी कर उन्हें दबोच लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपना नामउन्नाव के अजगैन, नवाबगंज निवासी सागर उर्फ रजत गुप्ता और शिखर बताया। जबकि इनका साथी आशीष अभी फरार है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की निशादेही पर सर्राफ कुलदीप से लूटे हुए सोने के 370 ग्राम जेवरात मिले हैं, जिसकी कीमत करीब 11 लाख है। आरोपी सागर ने बताया कि कुलदीप उसकी दुकान पर काफी समय से जेवरात की सप्लाई करता था। इस दौरान इनके बीच पारिवारिक संबंध हो गया था। वारदात के दिन आरोपी कुलदीप को कृष्णानगर के पराग चुंगी के पास से अपनी सफारी कार में बैठाकर लेकर गया था। रास्ते में आरोपी ने अपने साथी शिखर और आशीष के साथ मिलकर नायलान की रस्सी से कुलदीप का गला कसकर और सिर पर वारकर मौत के घाट उतार दिया। कुलदीप की मौत के बाद आरोपियों ने उसके शव को बक्से में भरकर नहर में डाल दिया था।
व्यापार और सट्टेबाजी में हुआ था नुकसान
पुलिस ने बताया कि आरोपी सागर सोने-चांदी का कारोबार करता था। इस दौरान वह कुलदीप से 80 ग्राम सोना भी उधार लिया था। हालांकि कारोबार सही नहीं चलने के कारण वह सट्टेबाजी करने लगा, जिसमें भी उसको नुकसान होने लगा। काफी नुकसान के बाद आरोपी ने कुलदीप की लूटपाट के बाद हत्या करने की योजना बनाई थी, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी थी।
सर्विलांस से मिला सुराग
सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने सर्विलांस से आरोपियों की सीडीआर खंगाली तो वह मृतक की लोकेषन के आस-पास ही मिले। इस पर पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें आरोपियों ने हत्याकाण्ड की बात कबूली।