लखनऊ। अलीगंज सेक्टर-बी के फतेहपुर गांव में डायरिया की चपेट में दर्जनों लोग आ गए है। तीन दिनों में क्षेत्र में डायरिया से बच्ची समेत दो लोगों की मौत हो गई। वही 45 से ज्यादा लोग उल्टी-दस्त की चपेट में हैं। आक्रोशित लोगों के प्रदर्शन के बाद हरकत में आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने मंगलवार देर रात प्रभावित इलाके का निरीक्षण किया। इसके साथ ही प्रभावित लोगों को दवाएं बांटी। मरीजों की हालात देखते हुए मौके पर एंबुलेंस तैनात कर दी गई है।
बताते है कि फतेहपुर गांव में बीते पांच दिनों से डायरिया का फैला है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शनिवार को उल्टी-दस्त पीड़ित अवध बिहारी अवस्थी (60) की मौत हो गई। अगले ही दिन रविवार को एक वर्ष की मासूम बच्ची की सांसें थम गयी। पिता मदन का आरोप है कि उल्टी-दस्त से मासूम की तबीयत बिगड़ गई थी।
स्थानीय लोगों का कहना है इलाके में चार और बच्चे डायरिया की चपेट में हैं। 14 अन्य लोग भी उल्टी दस्त के शिकार हो गए हैं। इन मरीजों का इलाज महानगर स्थित निजी अस्पताल में चल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अधिकारियों की हीलाहवाली से बीमारी ने गंभीर रूप लिया है। अब तक 40 से ज्यादा लोग बीमारी की चपेट में आ चुके हैं। कई लोगों का घर पर ही इलाज चल रहा है। दो मरीजों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची। स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने प्रदर्शन कर जल संस्थान अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी की। स्थानीय निवासियों के अनुसार इलाके में हफ्ते से गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है। इसे लेकर जल निगम और नगर निगम से शिकायत की गई। कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
स्थानीय निवासी निशांत, पप्पू और दिनेश का आरोप है कि गुजरे एक सप्ताह से इलाके में गंदे और बदबूदार पानी आपूर्ति हो रही है। घरों में मटमैला पानी आ रहा है। आरोप है कि नगर निगम, जल निगम और स्थानीय पार्षद से शिकायत की। इसके बावजूद किसी ने ध्यान नहीं दिया गया।
20 से अधिक लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के शिविर में दवाएं ली। स्वास्थ्य विभाग की टीम डॉ. मिलिंद वर्धन, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी समेत अन्य डॉक्टर मौके पर पहुंचे। सीएमओ प्रवक्ता और जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी योगेश रघुवंशी ने बताया कि सभी मरीजों को दवाएं बांटी गई है। खाने-पीने में जरूरी एहतियात बरतने की सलाह दी गई है।