इस कोड से पता चलेगा आपका Gold कितना है असली

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लखनऊ। गोल्ड कितना असली है। इसकी जानने की चाहत सभी खरीददार होती है। अगर आपकों को अपने गोल्ड की क्वालिटी कितनी है, तो नौ डिजीट के यूआईडी नम्बर से पता चल जाएगा। बताते चले कि सोने के आभूषणों पर भारतीय मानक ब्यूरो की हॉल मार्किग देश के 32 नए शहरों में पहली जून से लागू हो जा रही है। अभी देश के 256 जिलो में यह लागू है, जो जिले हॉल मार्किंग की श्रेणी में आ जाएंगे उन जिलों में सराफा कारोबारी बिना हाल मार्किंग लाइसेंस लिए व्यापार नही कर पाएंगे। यह व्यवस्था आम ग्राहक के लिए इसलिए लाभकारी है, क्योंकि हर आभूषण का – 9 डीजीट का एक यूआईडी कोड नंबर होगा। इस नंबर को भारतीय मानक ब्यूरों के बीआईएस केयर एप पर डालते ही इस आभूषण की खरीद करने वाले ग्राहक का नाम व सोने की शुद्धता का पता चल जाएगा, क्योंकि यूआईडी नबंर का आवंटन भारतीय मानक ब्यूरों की प्रयोगशाला में शुद्धता की जांच के बाद ही आवंटित किया जाता है। इस प्रक्रिया में नयी बात यह भी शामिल की गयी है कि आभूषण का निर्माण कारोबारी से थोक कारोबारी, फुटकर कारोबारी से ग्राहक तक जितनी बार बिक्री होगी इसी यूआईडी कोड नम्बर के जरिये वर्तमान में खरीददार का नाम दर्ज किया जाएगा, ठीक उसी तरह जैसे की वाहनों की बिक्री कई बार होने पर हर बार मालिक का नाम बदलता है, जबकि वाहन का नम्बर एक ही रहता है।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन नॉर्थ इंडिया हेड अनुराग रस्तोगी ने बताया कि अभी तक 256 जिलों में हॉल मार्किंग लागू थी अब इसमें 32 नए जिले और जोड़े जा रहे है।
उन्होंने बताया कि स्टॉक पोटेबिलिटी को लेकर जो भ्रान्ति चल रही है मैन्युफैक्चर से लेकर नीचे कस्टमर तक स्टॉक पोटेबिलिटी करना पड़ेगा फिलहाल यह सिस्टम 1 जून से लागू नहीं होगा पहले की तरह ही हाल मार्किंग सेंटर को डाटा अपलोड करना होगा भारतीय मानक ब्यूरो ने सिर्फ इसके लिए एसोसिएशन से सुझाव मांगा है।
यह भी एक अत्यंत कन्फ्यूजन का विषय है कि कुंदन जड़ाऊ और पोलकी ज्वेलरी पर 1 जून से हॉल मार्किंग लागू हो जाएगी यह भी केवल एसोसिएशन से अभी सुझाव मांगा गया है। अनुराग रस्तोगी ने बताया कि अब भारतीय मानक ब्यूरो ने एक बीआईएस केयर एप, जारी कर दिया है आम कंजूमर के लिए जिसमें 9 डिजिट का यूआईडी नंबर डालकर आम कस्टमर अपने माल की शुद्धता उसकी प्योरिटी उसका मैन्युफैक्चरर पूरी डिटेल पता कर सकता है।

 

 

 

 

सरकार नियमित संगठनों के संपर्क में हैं सभी से सुझाव मांग रही है ताकि ज्यादा से ज्यादा ट्रांसपेरेंसी इस ज्वेलरी सेक्टर में ला सके और ग्राहक जनों का जो विश्वास सोने पर बना हुआ है वह और बन सके इस विषय को लेकर आम ज्वेलर्स भी बहुत उत्साहित हैं यूआईडी आने से उनके अंदर भी एक ऊर्जा का संचार हुआ है उनको बार-बार अपने प्रोडक्ट की प्योरिटी को लेकर ग्राहक को सफाई नहीं देनी पड़ेगी इससे दोनों का परस्पर व्यापार और व्यवहार दोनों मजबूत होंगे।

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