लखनऊ. ठंडी के मौसम में आपने देखा होगा ज्यादातर लोग सर्दी जुखाम से परेशान रहते हैं. कुछ लोगों को त्वचा की बीमारी भी हो जाती है शरीर में खुजली छोटे-छोटे लाल लाल चकत्ते और सांस लेने में दिक्कत भी होती है. अगर विशेषज्ञों की माने तो ठंडी में लोग इंडोर एलर्जी के ज्यादा चपेट में आते हैं . जैसे कालीन गद्दे के धूल कण सूक्ष्म जीवाणु और फंगस से जुड़ी एलर्जी ज्यादा कारण का विषय बनती है. अगर देखा जाए तो घर की फफूंदी और गंदगी दमा रोग बढ़ाने में बहुत मदद करती है कहीं कहीं तो इससे खांसी गले में घरघराहट और तकलीफ होती है ज्यादातर लोग कालीन को नियमानुसार और समय से सफाई नहीं करते हैं.
इसके अलावा ठंड में यूजर नेम रजाई गद्दे को लोग धूप नहीं दिखाते हैं और समय-समय पर उसका खबर और धूल गर्दा नहीं साफ करते हैं. यह भी एलर्जी का कारण बनता है. विशेषज्ञों का मानना है कि अगर एलर्जी लगातार बनी रहती है तो इसकी पहचान के लिए एक खास प्रकार की खून की जांच होती है इसे डॉक्टर की सलाह से करा लेना चाहिए .वैसे देखा जाए आजकल शहरों में प्रदूषण ज्यादा बढ़ता जा रहा है इसके लिए सभी को खुद एकजुट होकर पर्यावरण को बचाना होगा एलर्जी को रोकने के लिए घर और आसपास की जगह साफ सुथरी करनी होगी और प्रदूषण को कम करने के लिए पेड़ पौधे लगाने होंगे.