लखनऊ । कोविड-19 का कहर राजधानी में धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। स्कूलों में भी लापरवाही लगातार बढ़ती जा रही है। बृहस्पतिवार को हजरतगंज स्थित सेंट फ्रांसिस स्कूल की एक टीचर के कोरोना संक्रमित होने की सूचना से स्कूल में हड़कंप मच गया। बताया जा रहा है कि टीचर लगातार स्कूल आ रही थी। लक्षण मिलने पर टीचर द्वारा कोरोना की जांच कराई गई, जांच में वह संक्रमित पाई गई। स्कूल प्रशासन का कहना है कि पिछले 3 दिनों से स्कूल नहीं आ रही थी। उसे होम आइसोलेशन के लिए कहा गया है। स्कूल में अभी बच्चे नहीं आ रहे हैं। बृहस्पतिवार को राजधानी में कोरोना की 77 नये लोगों मंे पुष्टि की गयी। इसके अलावा कोरोना मात देने वाले 16 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। राजधानी में अभी तक 80773 लोग ठीक हुए हैं आैर 381 लोगों का उपचार जारी है। इनमें अस्पताल की बजाये ज्यादातर लोग घरों मंे पृथकवास कर रहे हैं। माना जा रहा है कि त्योहार के मद्देनजर बढ़ी चहल-पहल से संक्रमण फैलने लगा हैै।
कोरोना से संक्रमित 77 मरीजों में सबसे ज्यादा आलमबाग क्षेत्र में 13 लोगों मंे पुष्टि की गयी, इनमें रेलवे ट्रेनिंग सेन्टर के 12 कर्मचारी शामिल हैं। इंदिरानगर में 8, गोमतीनगर में 6 आैर तालकटोरा मंे 5 लोग वायरस की चपेट में आये। हजरतगंज, रायबरेली रोड, आशियाना, अलीगंज आैर अमीनाबाद में 4-4 लोगों में पुष्टि की। गोसाईगंज के अमेठीयन पुरवा, घोड़सारा और शेखनापुर गांव में एक-एक कोविड-19 पॉजिटिव केस मिले। जिससे स्थानीय प्रशासन ने ग्रामीणों को सतर्कता बरतने की सख्त हिदायत दी है। सभी कोरोना पॉजिटव मरीजों को होम क्वारन्टीन करने के साथ उनके घरों के आसपास बैरिकेटिंग कराई गई। इसके अतिरिक्त अन्य इलाकों में इक्का-दुक्का लोग कोरोना का शिकार हुए। स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों के नमूने लेती हैं।











