लखनऊ। कोलकाता में जूनियर डॉक्टरों की पिटाई के बाद देश भर में डॉक्टर आक्रोशित है। दोषियों पर कार्रवाई व डाक्टरों की सुरक्षा की मांग को लेकर उनके समर्थन में पूरे देश के डाक्टर एक जुट हो गये है। सभी ने सोमवार को पूरे देश में हड़ताल करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में प्रदेश के मेडिकल कालेजों के रेजीडेंट डाक्टरों ने इमरजेंसी छोड़कर अन्य काम करने से इनकार कर दिया है। इससे प्रमुख रूप से संजय गांधी पीजीआई, केजीएमयू व लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टर हड़ताल में शामिल रहेंगे। इनके साथ इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ( आईएमए) ने भी अपना समर्थन देते हुए सभी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर बंद करने का घोषणा कर दी है। यह भी सिर्फ इमरजेंसी में मरीजों को भर्ती करेंगे। ओपीडी व अन्य जांच ठप रहेंगी।
पीजीआई के आरडीए के अध्यक्ष डा, अजय शुक्ला, लोहिया संस्थान के आरडीए अध्यक्ष डा गुरुमीत सिंह व केजीएमयू आरडीए के के डा भूपेंद्र ने एक मत से रेजीडेंट डाक्टरों के कार्य बहिष्कार से एलान किया। इनका कहना है कि ओपीडी, सर्जरी व वार्डो में रेजीडेंट डाक्टर ड¬ूटी नहीं करेंगे। सिर्फ इमरजेंसी सेवाओं में ही सहयोग करेंगे। रेजीडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के चलते केजीएमयू व लोहिया संस्थान में भी सेवाएं बाधित रहेंगी। लखनऊ नर्सिंग होम एसोसिएशन के महासचिव डा अनूप अग्रवाल ने पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर एसोसिएशन ने भी आइएमए के नेतृत्व में बंदी का एलान किया है। आइएमए के लखनऊ शाखा के अध्यक्ष डा जीपी सिंह ने कहा कि डॉक्टरों की सुरक्षा से खिलवाड़ अब बर्दाश्त नहीं होगा। सोमवार को शहर के सभी क्लीनिक, निजी अस्पतालों की ओपीडी, पैथोलॉजी, डायग्नोस्टिक सेंटर बंद रहेंगे। यहां सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं ही चलेंगी। वहीं प्रांतीय सेवा संवर्ग (पीएमएस) के डाक्टर भी अस्पतालों में काली पट्टी बांधकर काम करेंगे।
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