News-राजकीय फार्मेसिस्ट महासंघ के अध्यक्ष सुनील यादव ने बधाई देते हुये कहा कि इसके पूर्व महाराष्ट्र और पंजाब सरकार के फार्मेसिस्ट संवर्ग का पदनाम बदलकर फार्मेसी ऑफिसर किया जा चुका है।
राजकीय फार्मेसिस्ट महासंघ ने उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री, स्वास्थ्यमंत्री , मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव कार्मिक , प्रमुख सचिव स्वास्थ्य सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर पदनाम बदलने का अनुरोध किया है ।
श्री यादव ने बताया कि 16 अगस्त को सम्पन्न हुई वर्चुअल बैठक में महासंघ से सम्बद्ध सभी संघो के पदाधिकारियों और जनपदीय पदाधिकारियों ने एक स्वर से मांग की थी कि पदनाम बदला जाए ।
इसके पूर्व उत्तर प्रदेश सरकार में स्टाफ नर्स को नर्सिंग ऑफिसर, नेत्र सहायक को नेत्र परीक्षण अधिकारी, स्टॉकमैन (पशुधन) को पशुधन प्रसार अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव को ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम सेवक को ग्राम विकास अधिकारी का नाम दिया जा चुका है ।
वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश में फार्मासिस्ट संवर्ग के लोग कोरोना योद्धा के रूप में पूरे प्रदेश की जनता की सेवा में लगे हुए हैं, अपनी जान की परवाह किए बगैर स्क्रीनिंग सेवायें, L1 से लेकर L5 हॉस्पिटल तक जनता के उपचार में पूर्ण सहभागिता कर रहे हैं । बहुत सारे फार्मेसिस्ट साथी इस कार्य में शहीद भी हो रहे हैं एवं अनेक संक्रमित होकर अपना इलाज करा रहे हैं । ऐसे समय में यदि फार्मेसिस्टो का उत्साहवर्धन करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बिना कोई अतिरिक्त व्यय भार के इस मांग को पूरा किया जाता है अर्थात फार्मेसिस्ट को फार्मेसी अधिकारी, चीफ फार्मासिस्ट को चीफ फार्मेसी अधिकारी पदनाम कर दिया जाए तो निश्चित ही फार्मेसिस्टो का मनोबल बढ़ेगा और वे और ज्यादा उच्च मनोबल के साथ जनता की सेवा में लगे रहेंगे । इस नामकरण के परिवर्तन में सरकार का कोई भी धन अतिरिक्त रूप से नहीं होगा बल्कि इससे कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा ।
महासंघ ने आज माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि हरियाणा महाराष्ट्र और पंजाब सरकार की भांति फार्मेसी संवर्ग का पद नाम परिवर्तित करने की कृपा करें ।