लखनऊ। गोमती नगर स्थित डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के संविदा कर्मचारी संघ पांच फरवरी अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर जा रहे है, जिसमें इमरजेंसी सेवा को छोड़कर ओपीडी की सभी सेवाएं ठप कर दी जाएगी। संविदा कर्मचारियों का आरोप है कि केजीएमयू संविदा कर्मियों की मांग तो पूरी हो गयी, लेकिन उनकी मांगों पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। संविदा कर्मचारी संघ द्वारा वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर 28 जनवरी से कर्मचारी काला फीता बांधकर कार्य कर रहे हैं। इसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हुई है।
लोंिहया संस्थान के संविदा कर्मचारी पिछले 5 वर्षों से निरंतर वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर प्रमुख सचिव तथा मंत्री के पास कई बार गए। निदेशक स्तर पर भी कई बार वार्ता हुई,लेकिन निराकरण ना होने से नाराज कर्मचारी अब आंदोलन को मजबूर हुए हैं। महामारी के दौरान कर्मचारियों को किसी भी प्रकार का अतिरिक्त भत्ता नहीं दिया गया। संविदा कर्मचारी संघ द्वारा आंदोलन की घोषणा तथा काला फीता बांधकर विरोध प्रदर्शन के लगभग एक सप्ताह बाद भी संस्थान प्रशासन या शासन के किसी भी अधिकारी द्वारा यूनियन पदाधिकारियों से वार्ता नहीं की गई, जिससे कर्मचारियों में आक्रोश लगातार बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर दिनांक 5 फरवरी को कर्मचारी कार्य बहिष्कार एवं धरना पर जाने को तैयार हैं जिसमें केवल अब एक ही दिन शेष है ।संस्थान प्रशासन के इस रवैया से संस्थान की सेवाएं बाधित हो सकती हैं ।
संविदा कर्मचारी संघ कभी भी यह नहीं चाहता कि स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो मगर शासन प्रशासन के उदासीन रवैया से संविदा कर्मचारी संघ आंदोलन को मजबूर है। अगर कल संविदा कर्मचारी संघ की मांगों पर वार्ता नहीं हुई और सहमति नहीं बनी तो पांच फरवरी को सभी कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर चले जाएंगे, जिसमें आपातकालीन विभाग को छोड़कर ओपीडी की सारी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी।