लखनऊ। नर्सिंग सेवा स्वास्थ व्यवस्था की रीढ़ कहलाती है। कोविड महामारी वर्ष 2020 के दौरान नर्सों का बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा। यह बात नर्सेस इन हेल्थ केयर लीडरशिप विषय पर आयोजित नेशनल वर्चुअल कांफ्रेंस में कुलपति डॉ. बिपिन पुरी ने कही।
कुलपति कलाम सेन्टर में केजीएमयू के कालेज ऑफ नर्सिंग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में नर्सों को सम्बोधित कर रहे थे। कुलपति ने कहा कि चिकित्सा व्यवस्था में नर्सों की भूमिका काफी अहम होती है। वह मरीज व डाक्टर के बीच की कड़ी होती है मरीज के स्वस्थ होने में नर्सों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता।
कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि के तौर पर इंडियन नेशनल काउन्सिल नई दिल्ली के प्रेसीडेंट डॉ. टी दिलीप कुमार मौजूद थे। उन्होंने बताया विश्व स्वास्थ संगठन ने वर्ष 2020 को फ्लोरेंस नाईटिंगल की 200वीं जयंती के अवसर पर द ईयर आफ द नर्स एंड मिड वाइव्स के रूप में घोषित किया है। हमें नर्सिंग क्षेत्र में और अधिक ध्यान देना चाहिए, ताकि व्यवस्था में इनकी कमी न हो। उन्होंने कहा करुणा एवं सेवा की भावना के लिए वे नर्सों की सराहना की जानी चाहिए। नर्सों की दृढ इच्छा शक्ति ने कोविड जैसी महामारी से भी लड़ने की हिम्मत दी है। कार्यक्रम में प्रो. पुनीता मानिक, रश्मि पी. जॉन, सुधा मिश्रा व केजीएमयू की छात्राएं मौजूद थे।












