लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बढ़ने के साथ ही लोगों को अब बूस्टर डोज लगवाने की याद आना शुरू हो गयी है। काफी संख्या में लोग अस्पतालों के वैक्सीने सेंटरों की परिक्रमा लगाने लगे है, लेकिन वैक्सीन न होने के कारण उन्हें मायूस होना पड़ रहा है। हालांकि राजधानी के निजी अस्पतालों के वैक्सीन सेंटरों में शुल्क देकर वैक्सीनेशन हो रहा है।
पिछले तीन दिनों में राजधानी में 364 कोरोना के केस मिले चुके है। ऐसे में लोगों को अब तीसरी वैक्सीन यानी बूस्टर डोज की याद आने लगी है। शुक्रवार को बलरामपुर अस्पताल, सिविल अस्पताल केजीएमयू व स्वास्थ्य केन्द्रों पर पहले संचालित होने वाले वैक्सीन सेंटर पर लोग बूस्टर डोज लगवाने पहुंचे। लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी है।
कही भी बूस्टर डोज नहीं लगाया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का मानना है कि जब प्रदेश को ही वैक्सीन नहीं मिली है, तो उनके यहां कैसे आ सकती है। बताया जाता है कि निजी अस्पतालों में संचालित वैक्सीन सेंटरों ने वैक्सीन की कमी बताते हुए आफ द रिकार्ड ज्यादा शुल्क लेने लगे है। बताते है कि वैक्सीन सेंटर पर पहले तो वैक्सीनेशन की डेट दी जाती है। अगर कोई जल्दी लगवाने की सिफारिश करता है, तो ज्यादा शुल्क का पैकेज बता देते है।