लखनऊ। मेघालय सरकार का दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राजधानी के अस्पतालों में मातृ स्वास्थ्य, क्षमता निर्माण, डिजिटलीकरण और कार्यक्रम निगरानी के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यो का अवलोकन किया। तीन दिवसीय इस दौरे से उन्होंने अपने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चस्तरीय बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहलों के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनबी सिंह ने बताया तीन दिवसीय दौरे पर आए प्रतिनिधिमंडल में मेघालय राज्य स्वास्थ्य प्रणाली अनुसन्धान केंद्र (एसएचएसआरसी) और क्षेत्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के सदस्य शामिल थे, जिसमें प्रमुख सचिव, स्वास्थ्य संपत एस, डॉ. वलेरी, डॉ. एड्रेना, और एसएचएसआरसी के सदस्य शामिल थे।
दौरे के पहले दिन आठ अक्टूबर को दल ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में जिला-स्तरीय डेटा सत्यापन बैठक में भाग लिया, जिसका उद्देश्य मासिक डेटा समीक्षा और गुणवत्ता सुधार की प्रक्रिया को समझना था। दूसरे दिन नौ अक्टूबर को प्रतिनिधिमंडल ने वीरांगना अवंतीबाई महिला जिला अस्पताल का दौरा किया।
उन्होंने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक और कर्मचारियों से बातचीत की और प्रसव पश्चात रक्तस्राव (पीपीएच बंडल), नवजात जीवन-रक्षा के लिए सिक न्यू बोर्न केयर यूनिट(एसएनसीयू) अभ्यास, स्टाफ नर्सों के मेंटॉरिंग के लिए मिनी स्किल लैब, और डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड के लिए ई-हॉस्पिटल और दवाओं के ऑनलाइन इंडेंट के लिए डीवीडीएमएस पोर्टल जैसी पहलों के बारे में जानकारी ली।
दौरे के अंतिम दिन दस अक्टूबर को दल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र(सीएचसी) सरोजनी नगर का भ्रमण कर ई-सुश्रुत और अन्य डिजिटल स्वास्थ्य पहलों को समझा। सीएमओ ने बताया प्रतिनिधिमंडल ने विशेष रूप से डेटा प्रबंधन और रोगी देखभाल में डिजिटल तकनीकों के उपयोग की सराहना करते हुए कहा कि इस दौरे से उन्हें अपने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अनेक महत्वपूर्ण पहलों के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई। यह दौरा स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन और डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं के सफल अनुभवों के सार्थक आदान-प्रदान का एक महत्वपूर्ण उदाहरण सिद्ध हुआ।