लखनऊ । डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी (सिविल) अस्पताल में बुधवार रात को एक मरीज की उपचार दौरान मौत होने पर गुस्साए परिजनों ने डाक्टर व नर्स से मारमीट की। परिजनों का आरोप था कि मरीज को गलत इंजेक्शन लगाने से मौत हुई है। हंगामा की सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने घटना की रिपोर्ट दर्ज करायी है।
सिविल अस्पताल के महिला वार्ड में बेड नम्बर 29 पर एडमिट सदर, कैन्ट की श्वेता (26) को खून की कमी व पेट संबंधी तकलीफ होने पर भर्ती कराया गया था। डा. एनबी सिंह की देखरेख में मरीज का उपचार चल रहा था। बुधवार रात करीब 12:30 बजे मरीज की हालत अचानक बिगड़ती तो ड्यूटी पर डा. विनायक त्रिपाठी ने देखने पहुंचे। इस बीच मरीज को एक इंजेक्शन लगवाया गया। इसके कुछ देर बाद मरीज ने दमतोड़ दिया। जब परीक्षण के बाद डाक्टर ने मरीज को मृत घोषित किया तो मरीज की तीमारदारी के लिए मौजूद कई परिजन अपना धैर्य खो बैठे आैर डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ से हाथापाई की।
परिजनों का आरोप था कि गलत इंजेक्शन लगाने के कारण मरीज की मौत हुई है। इसको लेकर परिजनों ने अक्सीजन सिलेण्डर, फर्नीचर फेंकते हुए जोरदार हंगामा किया। अस्पताल के सुरक्षा गार्डों की बात भी परिजन नहीं माने। इस बीच घटना सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करने की बात कही। इस पर परिजन नहीं माने आैर शव को लेकर चले गए। सुबह घटना की जानकारी मिलने पर पहुंची ड्यूटी पर तैनात नर्स ने अस्पताल प्रशासन को परिजनों की अभद्रता करने की जानकारी दी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से पुलिस को तहरीर दी गयी। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. आशुतोष दुबे ने बताया कि परिजनों की तरफ से इलाज में लापरवाही की कोई सूचना नहीं दी गयी है।