
लखनऊ। वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनिया में छह करोड़ लोग तनाव से ग्रस्त हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ के 81 फीसदी युवा डिप्रेशन का शिकार हैं। इसकी वजह से लोग अनिंद्रा, भूख न लगना तथा मिाइग्रेन जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। विश्ोषज्ञों के अनुसार इसकी प्रमुख वजह से बिगड़ती जीवनश्ौली और काम का अरिक्ति दबाव बताया गया है।
केजीएमयू और एसजीपीजीआई में हुए एक रिसर्च के अनुसार चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। शाध के अनुसार राजधानी के 55 फीसदी छात्र और 39 फीसदी छात्रायें सिरदर्द और तनाव की चपेट में हैं। विश्ोषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार 22 फीसदी युवाओं ने बताया कि उन्हें डिप्रेशन के चलते माह में एक बार तेज सिर दर्द होता है। इस दौरान उन्हें डाक्टर की सलाह लेनी पड़ती है। डिप्रेशन के शिकार लोगों की संख्या का इजाफा हमारे देश में ही दुनिया में भी तेजी से हुआ है। इसे ध्यान में रखते हुए बीते वर्ष डब्ल्यूएचओ की ओर से विश्व स्वास्थ्य दिवस की थीम भी डिप्रेशन रखी गई थी। ताकि तनाव व इससे जूझ रहे लोगों में इसके कारणों के प्रति जागरूकता लाकर पीड़ितो की संख्या में कमी लायी जा सके।
शोधार्थी केजीएमयू की मेडिसनीन विभाग की डॉ. रुचीका ने बताया कि सामान्यआबादी के बीच सिरदर्द के रोगी लगातार बढ़ रहे हैं। इनमें ज्यादा तर बाद में मानग्रेन का शिकार हो जाते हैं।
उन्होने मेडिकल छात्रों पर अपना अध्ययन किया। इसके बाद सामने आई रिपोर्ट ने कई आश्चर्यजनक खुलासे किए। शोध के बाद सामने सिर दर्द के ज्यादातर मामले माइग्रेन के हैं। एसजीपीजीआई स्थित न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ.संजीव कुमार ने बताया कि 55 फीसदी छात्र और 39 प्रतिशत छात्राएं सिर दर्द और तनाव से ग्रस्त हैं। 22 फीसदी ने बताया कि महीने में एक बार ही सिर दर्द होता है। 39.3 छात्र-छात्राएं माग्रेन से पीड़ित मिलें।
बीमारी के प्रमुख कारण हैं-
- 7०.37 प्रतिशत मामलों में सिरदर्द की वजह तनाव मिला
- 4० प्रतिशत मामलों में नींद पूरी न हो पाना सिरदर्द की वजह
- 4० प्रतिशत छात्रों में थकान रहा मुख्य कारण
- 27.41 प्रतिशत में भूखे रहना का कारण पाया गया
- 19 प्रतिशत में धूप सिरदर्द को ट्रिगर करने की वजह रही
- 15.56 प्रतिशत छात्र-छात्राएं तेज ध्वनि से पीड़ित मिले
- ०9 प्रतिशत छात्रों ने मौसम के बदलाव को बताया कारण
- ०6 फीसदी विद्यार्थियों ने बताया कि उन्हें यात्रा के दौरान सिरदर्द होता है।
बीमारी से बचाव के प्रमुख उपाए
– रात को समय पर सोने का प्रयास करें, बिस्तर में जाने के बादसेलफोन को अपने से दूर रखें। तनाव लेकर कोई भी काम न करें। खान-पान के साथ दिन चर्या का ध्यान रखें। भोजन में पौष्टिक आहार लें। चिकित्सयी सलाह के बिन -पेन किलर्स का कतई उपयोग न करें।
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