लखनऊ। डा. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की इमरजेंसी में गंभीर मरीजों की भर्ती होने में दिक्कत नहीं होगी। आईसीयू में बिस्तर भी आसानी से मिलना संभव हो सकेगा। बुधवार को इमरजेंसी के विस्तार के तहत तीस बेड के आईसीयू वार्ड में मरीजों की भर्ती शुरू कर दी गयी है।
वर्ष 2023 में डिप्टी सीएम ब्राजेश पाठक ने इमरजेंसी आईसीयू वार्ड का शुभारंभ किया था। वार्ड में कुछ तकनीकी खामियों व मैन पावर की कमी के चलते वार्ड में मरीजों की भर्ती नहीं शुरू की जा रही थी। संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि हॉस्पिटल ब्लॉक में इमरजेंसी संचालित हो रही है। वर्तमान में इमरजेंसी में 44 बिस्तर पर मरीजों की भर्ती हो रही हैं।
बिस्तरों के चलते मरीजों का काफी दबाव है। आईसीयू-वेंटीलेटर के बेड सीमित थे। मरीजों की दिक्कतों को कम करने के लिए 30 बेड का आईसीयू शुरू कर दिया गया है। एनस्थीसिया विभाग प्रमुख डॉ. पीके दास ने बताया कि 24 घंटे मरीजों की भर्ती होगी। एनस्थीसिया विशेषज्ञ आईसीयू में तैनात कर दिये गये है। आईसीयू बेड शुरू होने से गंभीर मरीजों की भर्ती आसानी से हो सकेगी। इमरजेंसी आईसीयू अत्यधिक आधुनिक संसाधनों से लैस है।
इसमें छह बिस्तर के लिए आरक्षित हैं। इन मरीजों की डायलिसिस भी हो सकेगी। कार्यक्रम में एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. सुजीत राय, डॉ. शरीफ आलम, डॉ. संदीप यादव सहित अन्य वरिष्ठ डाक्टर मौजूद थे।