लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल प्रो. बिपिनपुरी ने सोमवार को अचानक प्रति कुलपति बदल दिया। कुलपति ने आर्थोपेडिक सर्जरी विभागाध्यक्ष प्रो. विनीत शर्मा को प्रति कुलपति के पद पर बैठा दिया। इस पद पर अभी तक एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष प्रो. जीपी सिंह जिम्मेदारी सम्हालें हुए थे। बताया जाता है कि यह केजीएमयू में टीम बदलने की यह शुरूआत हो सकती है। सीएमएस, एमएस सहित अन्य महत्वपूर्ण स्थानों के अधिकारियों की कवायद हो सकती है। प्रशासनिक पदों पर तैनाती के लिए केजीएमयू के डाक्टर शासन सत्ता का भी प्रयोग करते है।
केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन पुरी ने कार्यभार ग्रहण करने के बाद यह पहला बड़ा फे रबदल किया है। इससे पहले चिकित्सा अधीक्षक प्रो. वीके ओझा के कोरोना संक्रमित होने के बाद इस पद की जिम्मेदारी बायोकेमिस्ट्री विभागाध्यक्ष प्रो. अब्बास अली को सौंपी थी।
बताते चले कि केजीएमयू में पहली प्रति कुलपति प्रोफ़ेसर मधुमति गोयल के सेवानिवृत्त होने के बाद तत्कालीन कुलपति ने 23 दिसंबर 2019 को प्रो. जीपी सिंह को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी थी। नए कुलपति के आने के बाद से ही विभिन्न प्रशासनिक पदों पर फेरबदल होने की चर्चा शुरू हो गयी थी। ऐसे में काफी लोग प्रशासनिक पद की चाहत में शासन सत्ता में अपनी जुगाड़ तलाश रहे है। इसी क्रम में सोमवार को कुलपति प्रो. पुरी ने प्रति कुलपति पद पर प्रो. विनीत शर्मा की तैनाती के संबंध में आदेश जारी कर दिया। यह आदेश कुछ ही देर में केजीएमयू में सभी लोगों के दिख गया। इसके बाद प्रति कुलपति पर तैनात रहे डा. जीपी सिंह को हटा कर डा. विनीत शर्मा को तैनात करने चर्चा शुरू हो गयी।
बताया जाता है कि चर्चा शुरु हो गयी है कि अभी तो यह शुरू आत है, जल्द ही मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधीक्षक, ओपीडी व भवनों के प्रभारी, छात्रावासों के चीफ वार्डन सहित कई पदों पर फेरबदल हो सकती है। ऐसे में प्रशासनिक पद की चाहत में खास कर सीएमएस और एमएस पद के लिए सत्ता तक पहुंच वाले कई वरिष्ठ डाक्टरों ने अपनी कोशिशों को तेज कर दिया हैं।