लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय शनिवार को अपना 112 वां स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। समारोह में एमबीबीएस में सबसे ज्यादा अविनाश डी गौतम को नौ गोल्ड मेडल व दो सिल्वर मेडल मिलेगा। इसके अलावा मो. ताबिश को तीन गोल्ड व दो सिल्वर मेडल प्रदान किये जाएंगे। बीडीएस में सबसे ज्यादा गोल्ड अभिषेक कुमार गुप्ता को नौ गोल्ड व एक सिल्वर मेडल दिया जाएगा। वहीं कुमारी सौम्या जौहरी को दो गोल्ड व चार सिल्वर मेडल दिया जाएगा। स्थापना दिवस पर मुख्यअतिथि राजस्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीण कुमार रहेंगे तो विशिष्ट अतिथि डा. मसूंर हसन होंगे। डा. मंसूर हसन ने केजीएमयू में लॉरी कार्डियोलॉजी की स्थापना की थी।
जार्जियन होना अपना आप में गर्व महसूस कराता है –
केजीएमयू की स्थापना 1905 में की गयी थी। एक मात्र छोटे से अस्पताल के रूप में शुरू हुए केजीएमयू में तत्कालीन वर्ष 1911 में एमबीबीएस की पढ़ाई शुरू की गयी। केजीएमयू ही एक मात्र विश्वविद्यालय है जहां मेडिकोज को जार्जियन कहा जाता है। यहां के जार्जियन ने पूरे विश्व में केजीएमयू का नाम रोशन कि या है। जार्जिंयन ही देश के ज्यादातर एम्स में निदेशक पद पर जिम्मेदारी सम्हाल रहे है या सम्हाल चुके है। उप चिकित्सा अधीक्षक डा. वेद प्रकाश बताते है कि जार्जियन होना अपना आप में गर्व महसूस कराता है। हालाँकि केजीएमयू के दीक्षांत समारोह की तारीख अभी तय नहीं हो पायी है। इस कारण अभी मेधावियों को गोल्ड मेडल ही मिल सकें गे। इसके अलावा सभी को डिग्री भी प्रदान की जाएगी। सबसे बड़े मेडल कहे जाने वाले चांसलर, हीवेट व विश्वविद्यालय मेडल दीक्षांत समारोह में दिया जाएगा।
स्थापना दिवस पर एमबीबीएस, बीडीएस की डिग्री के अलावा एमडी एमएस करने वालों को डिग्री दी प्रदान की जाएगी। चर्चा है कि केजीएमयू प्रशासन दीक्षांत समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि बुलाने की कवायद की जा रही है। दीक्षांत समारोह जनवरी में ही होने की सम्भावना है।