लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में आने वाले मरीजों को भर्ती होने के लिए स्ट्रेचर पर इलाज या वेंटिग नहीं करना होगा। सोमवार को ट्रॉमा कैजुअल्टी में 40 बिस्तर और छह वेंटिलेटर बिस्तर यूनिट का लोकार्पण किया गया। इससे गैर जनपदों से आने वाले मरीजों को भी राहत मिल सकेगी। केजीएमयू प्रशासन के इस कोशिश से प्रतिदिन सैकड़ों मरीजों को लाभ पहुंचेगा।
केजीएमयू की कुलपति डॉ. सोनिया नित्यानंद ने परिसरद्मड्डद्म में नवीन इमरजेंसी एवं ट्रॉमा सेंटर में नवीनीकृत कैजुअल्टी यूनिट का लोकार्पण किया है। इस यूनिट में इमरजेंसी ट्रॉमा वाली सुविधाओं में 40 बेड और छह वेंटिलेटर बेड पर मरीजों की भर्ती शुरू कर दी गयी है। कार्यक्रम में ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रेमराज सिंह ने बताया कि इस नवीनीकरण से आपातकालीन मरीजों को उच्चस्तरीय इलाज और राहत मिल सकेगी। इससे कै जुअल्टी में दबाव कम होगा। उन्होंने कहा कि 40 बेड की विस्तृत कैजुअल्टी और छह वेंटीलेटर बेड की उपलब्धता से गंभीर मरीजों की जीवनरक्षा और भी बेहतर हो सकेगी।
ट्रॉमा सेंटर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अमिय अग्रवाल ने कहा कि वेंटीलेटर बेड की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही स्वास्थ्य सेवाएं भी उच्चीकृत होने से गंभीर मरीजों की देखभाल समय पर और प्रभावी रूप में संभव होगी। कार्यक्रम में सीएमएस जीएम एंड एच डॉ. बीके ओझा, एमएस जीएम एंड एच डॉ. सुरेश कुमार, मीडिया प्रभारी एवं डीन पैरामेडिक्स डॉ. केके सिंह, विभागाध्यक्ष डॉ. आशीष श्रीवास्तव, डॉ. हैदर अब्बास एवं डॉ. अविनाश अग्रवाल, डॉ. समीर मिश्रा, डॉ. वैभव जायसवाल, डॉ. यादवेंद्र धीर, सीएमओ डॉ. धीरेंद्र पटेल व डॉ. समीर कुमार आदि रहे।











